कांग्रेस की एक महिला नेता हिमानी नरवाल की बेरहमी से हत्या कर दी गयी। लाश सूटकेस में बस स्टैंड के पास मिली। हाथ में मेहंदी लगी हुई थी। सूटकेश में मिले लाश में हाथ में मेहंदी। गले में काले रंग की चुन्नी, शरीर पर सफेद रंग का टॉप और लाल रंग का पैंट, युवती को देखकर ऐसा लग रहा था कि गला घोंटकर उसकी हत्या करने के बाद उसके शव को सूटकेस में रखकर फेंका गया है। पुलिस ने आनन-फानन में आलाधिकारियों को सूचित किया। मौके पर फोरेंसिक टीम भी पहुंची. लेकिन दोपहर तक युवकी पहचान नहीं हो पाई। इस वजह से उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय अस्पताल भेज दिया गया। इलाके में सनसनी फैल गई।
पुलिस ने जांच के लिए SIT गठित की
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई भेज दिया और घटना की जानकारी मृतका के परिजनों को दे दी है। पुलिस मामले की गहनता से छानबीन कर रही है। पुलिस ने शुरुआती जांच में बताया कि महिला नेता की गला घोंटकर हत्या की गई है। एसएचओ बिजेंद्र सिंह ने बताया कि हमें शनिवार 1 मार्च की सुबह सूचना मिली थी कि हाईवे किनारे झाड़ियों में एक सूटकेस में शव मिला है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और एफएसएल टीम को बुलाया गया। सूटकेस खोलो तो उसमें एक 20-22 वर्षीय लड़की की लाश मिली। हाथ में महंगी लगी हुई थी और गले में चुन्नी थी। फिलहाल, पुलिस ने हिमानी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आलाधिकारियों को घटना की सूचना दी। पुलिस की मानें तो अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट् नहीं आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट् आने के बाद ही हत्या के सही कारणों का पता चल सकेगा। फिलहाल पुलिस ने हिमानी हत्याकांड के पीछे कौन है? इसकी जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की है।
भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं थी हिमानी नरवाल
नरवाल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल रही है। वह लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव में सक्रिय रही हैं। रोहतक के कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा ने पुष्टि की कि यह लाश कांग्रेस की युवा महिला नेता हिमानी नरवाल की है। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड के पीछे कौन है, इसकी जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित की जाए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि रोहतक के हिमानी नरवाल हत्याकांड की खबर सुनकर वे स्तब्ध हैं। एक लड़की की इस तरह हत्या होना और उसका सूटकेस में शव मिलना, बेहद दुखदाई और आघात पहुंचाने वाला है। यह अपने आप में प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर बदनुमा धब्बा है। इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को जल्द से जल्द और कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
