IND vs NZ Final: भारत के चैंपियन बनने के बाद पाकिस्तान में बवाल और अफ़ग़ानिस्तान में जश्न
भारत और न्यूजीलैंड के बीच ICC World Cup 2023 का फाइनल एक ऐतिहासिक मुकाबला था। भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर 4 साल बाद अपनी दूसरी वर्ल्ड कप जीत हासिल की, और यह जीत न सिर्फ भारतीय क्रिकेट के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का पल था। लेकिन इस जीत के बाद पाकिस्तान में जो घटनाएँ घटीं, वो भी कोई कम चर्चा का विषय नहीं रही। पाकिस्तान में जहां भारत की जीत के बाद हंगामा हुआ, वहीं अफ़ग़ानिस्तान में भारत की जीत का जश्न मनाया गया। आइये जानते हैं इस पूरे घटनाक्रम पर विस्तृत दृष्टि से।
पाकिस्तान में भारत की जीत पर बवाल
भारत की जीत के बाद पाकिस्तान में एक अजीब सा माहौल बना। सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के नागरिकों ने कई तरह की प्रतिक्रियाएँ दीं, जिनमें कुछ बेहद नाराजगी और विवादित बयान भी थे। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के महान पूर्व गेंदबाज वसीम अकरम ने इस पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “भारत की जीत से पाकिस्तान में कई लोगों को दुख हुआ, लेकिन सवाल यह है कि हम क्यों भारत की सफलता से खुश नहीं हो पाते? क्या यह क्रिकेट नहीं है, या फिर हम अपनी ही भावनाओं और हार को किस तरह से अपने देश के हित में देख रहे हैं?”
पाकिस्तान में कुछ ऐसे भी लोग थे जिन्होंने भारत की जीत को लेकर आलोचना की और विरोध जताया। पाकिस्तान क्रिकेट की हालत और उसकी परफॉर्मेंस को लेकर भी कुछ चिंताएँ जाहिर की गईं, खासकर पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान क्रिकेट का प्रदर्शन औसत रहा है। इसके अलावा, पाकिस्तान में भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण भी खेलों के प्रति सामान्य लोगों का दृष्टिकोण प्रभावित हो सकता है। वसीम अकरम की बातों ने इस बात की ओर इशारा किया कि पाकिस्तान में खेल को राजनीति से ऊपर उठाकर देखना चाहिए, और साथ ही क्रिकेट को एक सकारात्मक दृष्टिकोण से देखने की जरूरत है।
अफ़ग़ानिस्तान में भारत की जीत का जश्न
जब पाकिस्तान में भारत की जीत पर बवाल हो रहा था, वहीं अफ़ग़ानिस्तान में भारत की जीत का एक अलग ही दृश्य था। अफ़ग़ानिस्तान में भारत के फैंस ने खूब जश्न मनाया, सड़कों पर रैली निकाली, मिठाइयाँ बांटी और भारतीय खिलाड़ियों की जीत को लेकर उत्साह देखा गया। अफ़ग़ानिस्तान में भारत के प्रति एक मजबूत समर्थन रहा है, और यह न केवल क्रिकेट के मैदान पर बल्कि राजनीति में भी नजर आता है।
अफ़ग़ानिस्तान के नागरिकों ने भारत को हमेशा एक दोस्त और सहयोगी के रूप में देखा है। क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जो दोनों देशों में आम जुड़ाव का एक मजबूत कारण है। ऐसे में भारत की जीत पर अफ़ग़ानिस्तान में लोग खुश हुए और इसे एक बड़ी उपलब्धि माना। भारत की जीत को अफ़ग़ानिस्तान में केवल एक क्रिकेट की जीत नहीं, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय भावनाओं का प्रतीक माना गया, जिससे यह भी साबित हुआ कि खेल राजनीति से ऊपर होता है।
वसीम अकरम का गंभीर सवाल
वसीम अकरम ने अपनी टिप्पणियों में यह भी कहा कि पाकिस्तान को क्रिकेट को फिर से गंभीरता से लेकर बेहतर परिणाम की ओर ध्यान देना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सफलता को समझने की जरूरत है, न कि इसे केवल पाकिस्तान की हार के रूप में देखा जाए। वसीम अकरम के अनुसार, पाकिस्तान को अपनी टीम के भीतर सुधार की दिशा में काम करना चाहिए ताकि वह भविष्य में ऐसी जीत हासिल कर सके, जो पाकिस्तान को गर्व महसूस कराए। उनकी बातों में यह स्पष्ट संदेश था कि पाकिस्तान को अपनी क्रिकेट संस्कृति और खिलाड़ियों के विकास पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
निष्कर्ष
भारत की वर्ल्ड कप जीत ने न सिर्फ भारतीय क्रिकेट को गौरव प्रदान किया, बल्कि दक्षिण एशिया के अन्य देशों में भी उसकी गूंज सुनाई दी। पाकिस्तान में जहां इस जीत पर विवाद हुआ और कुछ लोगों ने नाराजगी जताई, वहीं अफ़ग़ानिस्तान में भारत की जीत का खुले दिल से स्वागत किया गया। वसीम अकरम के सवालों ने यह साफ कर दिया कि पाकिस्तान को अपने खेल को राजनीति से ऊपर उठाकर देखना चाहिए, और भारत की सफलता से प्रेरित होकर अपने क्रिकेट के स्तर को सुधारने की आवश्यकता है।
कुल मिलाकर, क्रिकेट ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि यह केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक ऐसा प्लेटफार्म है जो देशों को जोड़ने का काम करता है, जहां पर प्यार, सम्मान और प्रतिस्पर्धा का मिश्रण होता है।
