Balochistan Train Hijack: पाकिस्तान में एक यात्री ट्रेन ‘जाफर एक्सप्रेस’ को हाईजैक (Pakistan Train Hijack) किए जाने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। बलूचिस्तान प्रांत में बलूच लिबरेशन आर्मी (Baloch Liberation Army) ने सुरंग में इस ट्रेन को रोक रखा है और सैकड़ों यात्रियों को बंधक बनाए हुए हैं। यह ट्रेन क्वेटा से पेशावर जा रही थी। इस ट्रेन में पाकिस्तानी सेना के जवान और अन्य सुरक्षाकर्मी भी सवार थे, जो छुट्टी पर अपने घर जा रहे थे। इस ट्रेन को दोपहर 1.30 बजे सिब्बी पहुंचना था लेकिन इस बीच बलूच विद्रोहियों ने ट्रेन को हाईजैक कर लिया और सौकड़ों लोगों को बंधक बना लिया। अब ट्रेन हाईजैक मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है।
पाकिस्तान के बलोन में ट्रेन हाईजैक के बीच बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने नया बयान जारी किया है। बलोच आर्मी का कहना है कि पाकिस्तान की सरकार अपने बंधक सैनिकों को लेकर गंभीर नहीं है। इसका नतीजा काफी गंभीर होने वाला है। बीएलए का कहना है कि अभी भी उसके कब्जे में 200 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिक हैं। प्रेस रिलीज जारी कर बलोचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने कहा है कि 24 घंटे बीत गए, लेकिन पाकिस्तान सरकार ने हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया। उलटे पाकिस्तान की सरकार फेक खबरें फैलाने में लगी हुई है। हम आखिरी बार चेतावनी दे रहे हैं। अगर मांगें नहीं मानी गईं तो हर घंटे 5 पाकिस्तानी सैनिकों को मार देंगे।
इतना ही नहीं BLA ने अपने लेटर में कहा,’एक दिन बीत चुका है। पाकिस्तान की सरकार के पास अब सिर्फ 24 घंटे का समय है। अगर पाकिस्तान दिए गए अल्टीमेटम के अंदर कैदियों की अदला-बदली पर आगे नहीं बढ़ता है तो सभी बंधकों को बलूच राष्ट्रीय न्यायालय के सामने पेश किया जाएगा. वहां, उन पर अत्याचारों, कब्जे, नरसंहार, शोषण और युद्ध अपराधों के लिए मुकदमा चलाया जाएगा।’बलूच लिबरेशन आर्मी ने आगे कहा,’जंग के अंतर्राष्ट्रीय कानूनों और मानवाधिकारों को ध्यान में रखते हुए BLA ने कैदियों की अदला-बदली के लिए PAK सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। लेकिन, सरकार की जिद, उदासीनता और टालमटोल से साबित होता है कि वो अपने सुरक्षाकर्मियों को बचाना नहीं चाहते हैं।’
यह घटना 28 घंटे से ज्यादा समय से जारी है और अभी तक सभी बंधकों को छुड़ाया नहीं जा सका है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में जाफर एक्सप्रेस के हाइजैक होने के बाद अब बड़ी संख्या में लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। पाकिस्तानी सरकार ने बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा में 200 से ज्यादा ताबूत भेजे हैं, जिससे हालात की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है। रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की है कि यह ताबूत बोलन इलाके में भेजे जाने के लिए क्वेटा लाए गए हैं। हालांकि, पाकिस्तान सरकार का दावा है कि यह कदम सिर्फ एहतियात के तौर पर उठाया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सके।
पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) की बढ़ती ताकत ने सरकार के लिए नई चुनौती खड़ी कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान सरकार इस संगठन को काबू करने में पूरी तरह नाकाम रही है और उसकी पुरानी रणनीतियां अब कारगर साबित नहीं हो रही हैं। BLA ने अपनी रणनीति को बदला है। पहले यह संगठन छोटे स्तर पर हमले करता था, जिसमें सरकारी अधिकारियों या पाइपलाइनों को निशाना बनाया जाता था, लेकिन अब यह बड़े ऑपरेशनों को अंजाम देने लगा है।