सलमान खान की सिकंदर: फिल्म ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया
सलमान खान की फिल्मों से दर्शकों को हमेशा कुछ खास की उम्मीद होती है, और जब वह किसी बड़े निर्देशक के साथ काम करते हैं, तो उम्मीदें और भी ज्यादा बढ़ जाती हैं। ए आर मुरुगदॉस, जिन्होंने तमिल सिनेमा में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं, अब हिंदी सिनेमा में अपनी फिल्म “सिकंदर” लेकर आए थे। लेकिन, इस फिल्म ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया। आइए जानते हैं कि “सिकंदर” किन पांच मामलों में पूरी तरह से फेल हुई:
1. सशक्त कहानी की कमी
फिल्म की सबसे बड़ी खामी उसकी कमजोर और अप्रभावी कहानी रही। एक अच्छे मसालेदार एक्शन और ड्रामा के साथ फिल्म की शुरुआत हुई, लेकिन समय के साथ कहानी ने दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित नहीं किया। कुछ सीन बहुत ही सामान्य और प्रेडिक्टेबल थे, जो दर्शकों को कहानी से जोड़ने में नाकाम रहे।
2. सलमान खान का अभिनय
सलमान खान के अभिनय को लेकर हमेशा ही बहुत उम्मीदें होती हैं, लेकिन “सिकंदर” में उनका प्रदर्शन निराशाजनक था। फिल्म में सलमान का जो किरदार था, वह एक शक्तिशाली और खतरनाक व्यक्ति का था, लेकिन उनकी अभिनय क्षमता उस किरदार को पूरी तरह से जीवित नहीं कर पाई। ऐसा लग रहा था कि सलमान अपनी भूमिका में खो गए थे और फिल्म की कहानी में किसी गहरे एहसास को नहीं ला पाए।
3. फिल्म का संगीत
सलमान खान की फिल्मों का संगीत हमेशा ही आकर्षक और हिट रहता है, लेकिन “सिकंदर” में संगीत काफी औसत था। फिल्म में एक भी गाना ऐसा नहीं था जो दर्शकों की जुबान पर चढ़ सके। म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर ने फिल्म को कोई विशेष बढ़त नहीं दी, जो आमतौर पर सलमान की फिल्मों का एक मजबूत पक्ष होता है।
4. निर्देशन में कमी
ए आर मुरुगदॉस, जो एक अनुभवी निर्देशक हैं, उनकी दिशा में फिल्म कुछ खास प्रभाव नहीं डाल पाई। तमिल फिल्म “काटर” की रीमेक के रूप में आई इस फिल्म में मूल निर्देशन की ऊर्जा और ताजगी नहीं थी। मुरुगदॉस का निर्देशन थोड़ा निराशाजनक था, जिससे फिल्म में वो रोमांच और ऊर्जा नहीं दिख पाई, जो उनकी पुरानी फिल्मों में देखी जाती थी।
5. एक्शन और थ्रिल का अभाव
सलमान खान की फिल्मों में एक्शन और थ्रिल बहुत मायने रखते हैं, लेकिन “सिकंदर” में एक्शन सीनों में वह दबदबा नहीं था। फिल्म के एक्शन सीन बहुत ही सामान्य थे और दर्शकों को कुछ नया या एक्साइटिंग देखने को नहीं मिला। इन सीनों ने फिल्म को ज्यादा आकर्षक नहीं बनाया, जो एक फिल्म के लिए सबसे अहम होता है।
“सिकंदर” को लेकर दर्शकों की उम्मीदें बहुत ज्यादा थीं, लेकिन फिल्म उन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाई। कमजोर कहानी, औसत अभिनय, और कमजोर निर्देशन ने फिल्म को बहुत पीछे छोड़ दिया। ए आर मुरुगदॉस और सलमान खान से ज्यादा उम्मीद की जा रही थी, लेकिन यह फिल्म साबित करती है कि सिर्फ बड़े नाम और स्टार पावर से फिल्म नहीं चल सकती।
