वक्फ संशोधन विधेयक(Waqf Amendment Bill) लोकसभा से पारित होने के बाद गुरुवार को राज्यसभा में पेश होने जा रहा है। संसदीय और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू आज दोपहर एक बजे राज्यसभा में वक्फ संशोधन बिल को पेश करेंगे। इससे पहले लोकसभा में बुधवार को 12 घंटे की चर्चा के बाद वक्फ संशोधन बिल पास हो गया। रात 2 बजे हुई वोटिंग में 520 सांसदों ने भाग लिया। 288 ने पक्ष में और 232 ने विपक्ष में वोट डाले। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे उम्मीद (यूनीफाइड वक्फ मैनेजमेंट इम्पावरमेंट, एफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट) नाम दिया है।
लोकसभा में पक्ष में 288, विरोध में 232 वोट
इस महत्वपूर्ण विधेयक(Waqf Amendment Bill) को पारित कराने के लिए सदन की बैठक रात लगभग दो बजे तक चली। इसके अलावा, मुसलमान वक्फ अधिनियम, 1923 का निरसन करने वाला मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक, 2024 भी सदन में ध्वनि मत से पारित हो गया। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को विधेयक सदन में पेश किया और चर्चा का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि यह मुस्लिम समुदाय के हित में है। लोकसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस और विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया। AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बिल फाड़ दिया। उन्होंने कहा- इस बिल का मकसद मुसलमानों को जलील करना है। मैं गांधी की तरह वक्फ बिल को फाड़ता हूं। बिल पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- वक्फ में गैर इस्लामिक नहीं आएगा। ऐसा कोई प्रावधान भी नहीं है। वोट बैंक के लिए माइनॉरिटीज को डराया जा रहा है। बिल पर चर्चा और वोटिंग के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने का प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने ध्वनि मत से पास कर दिया।
राज्यसभा की ये है पूरी गणित
राज्यसभा में केंद्र सरकार को इस बिल(Waqf Amendment Bill) को पास कराने में ज्यादा मुश्किल नहीं होगी। एनडीए में शामिल जेडीयू, टीडीपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी का समर्थन मिलेगा। राज्यसभा में कुल 236 सदस्य उपस्थित हैं, जिनमें से 98 सदस्य भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के हैं. यदि गठबंधनों की स्थिति पर गौर करें, तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पास लगभग 115 सांसद हैं। इसके अतिरिक्त, 6 मनोनीत सदस्य भी हैं, जो प्रायः सरकार के पक्ष में मतदान करते हैं। इन सभी को मिलाकर एनडीए की कुल संख्या 121 हो जाती है, जो किसी भी विधेयक को पारित कराने के लिए आवश्यक 119 के आंकड़े से दो अधिक है। विपक्ष की स्थिति पर गौर करें तो कांग्रेस के पास 27 सांसद हैं, जबकि इंडिया ब्लॉक के अन्य दलों के 58 सदस्य हैं। इस प्रकार, विपक्ष के कुल सांसदों की संख्या 85 है. इसके अतिरिक्त, वाईएसआर कांग्रेस के 9, बीजेडी के 7 और एआईएडीएमके के 4 सदस्य राज्यसभा में उपस्थित हैं। कुछ छोटे दलों और निर्दलीय मिलाकर 3 सदस्य ऐसे हैं, जो न तो सत्ताधारी NDA का हिस्सा हैं और न ही विपक्षी इंडिया ब्लॉक में शामिल हैं।
