Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजार में भूचाल आ गया है। आज, यानी सोमवार 7 अप्रैल को साल की दूसरी बड़ी गिरावट आई है। बाजार में चौतरफा बिकवाली से निवेशकों के 19.45 लाख करोड़ डूब गए हैं। भारत सहित सभी एशियाई शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी जा रही है। वैश्विक मंदी की आशंका और ट्रेड वॉर के बढ़ते असर के चलते निवेशकों ने जमकर बिकवाली की। इसका असर यह हुआ है कि MSCI एशिया पैसिफिक इंडेक्स 7.9% तक गिर गया है। यह अक्टूबर 2008 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। सेंसेक्स 3000 अंक (4%) गिरकर करीब 72,300 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी में 900 अंक (4.50%) की गिरावट है। ये 22,000 से नीचे कारोबार कर रहा है। इससे पहले 4 जून 2024 को बाजार 5.74% गिरा था। सेंसेक्स के सभी 30 शेयर गिरकर कारोबार कर रहे हैं। टाटा स्टील, टाटा मोटर्स और इंफोसिस करीब 10% टूटे हैं। टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक और L&T में भी 8% की गिरावट है।
शेयर मार्केट में हाहाकार, 2800 अंक लुढ़का सेंसेक्स
टीएसएमसी, टेंनसेंट और Sony जैसी दिग्गज कंपनियां के शेयरों(Stock Market Crash) को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। भारत में शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 3000 अंकों तक लुढक गया। निफ्टी 50 भी 919 अंक टूट गया है। इस बीच बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 10 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई। हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स तो 10.7% तक गिर गया, जो ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद सबसे खराब स्थिति है। ताइवान का टेक-हैवी इंडेक्स 9.8% तक गिरा है, जो अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। जापान और दक्षिण कोरिया में भी प्रमुख सूचकांक 4% से ज्यादा टूटे। इंडोनेशिया, थाईलैंड और वियतनाम में बाजार अवकाश के चलते बंद रहे, वरना वहां भी भारी गिरावट की आशंका जताई जा रही थी। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलियाई शेयर बाजार 4.1% और न्यूजीलैंड शेयर मार्केट 3.6% फिसल गया।
अमेरिकी टैरिफ बनी शेयर मार्केट के धड़ाम होने की वजह
शेयर बाजार में सोमवार को मचे कोहराम के पीछे के कारणों के बारे में, तो बता दें कि इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ ही नजर आ रहा है। इस बीच China-US के बीच टैरिफ के बाद नए दौर की तीखी नोकझोंक ने अमेरिकी मंदी की आशंकाओं को और भी बढ़ा दिया है, जिसका सीधा असर शेयर बाजारों पर देखने को मिल रहा है। अमेरिकी टैरिफ से पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था(Stock Market Crash) में हड़कंप मचा हुआ है। एशियाई बाजार के सभी इंडेक्स भारी बिकवाली के साथ ट्रेड कर रहे हैं। वहीं अमेरिकी बाजार में भी बिकवाली जारी है। 2 अप्रैल की देर रात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ का ऐलान किया था। अमेरिका ने भारत में 26 फीसदी टैरिफ लगाने का फैसला किया है। भारत समेत देश के कई बड़े देशों में अमेरिकी टैरिफ लगाया गया है। जिसका प्रभाव शेयर बाजारों में देखने को मिल रहा है। जभी भी अर्थव्यवस्था डगमगाती है, तो ऐसे में निवेशक सुरक्षित निवेशों की ओर बढ़ते हैं। यही कारण है कि ग्लोबल मार्केट में सोने के दाम आसमान छू रहे हैं।
