पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल 2025) में 28 लोगों की मौत के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाया, जिससे पाकिस्तान में खलबली मच गई। पाकिस्तान ने भारत से सभी तरह के कारोबार को खत्म करने का ऐलान किया और एयरस्पेस को बंद कर दिया गया। इस बीच पहलगाम हमले(Pahalgam Attack) में शामिल स्थानीय आतंकी आदिल हुसैन थोकर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा के गोरी इलाके में स्थित घर को सुरक्षा बलों ने बम से उड़ा दिया। आदिल थोकर उर्फ आदिल गुरी के रूप में पहचाने जाने वाले इस आतंकी पर पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में पाकिस्तानी आतंकवादियों की मदद करने का आरोप है। वहीं, इस हमले में शामिल दूसरे स्थानीय आतंकी आसिफ शेख के त्राल स्थित घर को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बुलडोजर से गिरा दिया।
आतंकी आदिल हुसैन के घर को बम से उड़ाया
सेना के सूत्रों ने बताया कि त्राल में आसिफ शेख और अनंतनाग के बिजबेहरा में आदिल ठोकेर के घर सर्च ऑपेरशन चल रहा था। ऑपरेशन के दौरान दोनों घरों में एक्सप्लोसिव मिले। जवान सेफ्टी के लिए पीछे हटे और इसी दौरान धमाका हो गया। इन दोनों आतंकवादियों का नाम पहलगाम हमले(Pahalgam Attack) से जुड़ा है। भारतीय सेना और सुरक्षा बलों को उस समय सतर्कता दिखानी पड़ी जब हमले में शामिल आतंकवादी आसिफ शेख के मोगामा स्थित घर की तलाशी के दौरान एक संदिग्ध बॉक्स मिला। इस बॉक्स से तार बाहर निकले हुए थे। प्रारंभिक जांच में IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) होने का संदेह हुआ। मौके पर पहुंचे भारतीय सेना की राष्ट्रीय राइफल्स (RR) की इंजीनियरिंग टीम ने बम की पुष्टि की। सुरक्षा के दृष्टिकोण से बॉक्स को स्थल पर ही नष्ट किया गया, जिससे तेज विस्फोट हुआ। इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ है। घर का एक हिस्सा जरूर उड़ गया। सुरक्षा बलों को आशंका है कि मौके पर और विस्फोटक सामग्री हो सकती है, इसलिए पूरे क्षेत्र को सील कर तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
चार आतंकियों ने घाटी में मचाया था कोहराम
सैन्य सूत्रों ने बताया कि स्टील टिप वाली गोलियों, एके-47 राइफलों और बॉडी कैमरा पहने हुए लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के चार आतंकवादियों के एक समूह ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों के बीच हिंदुओं को निशाना बनाया और उन पर गोलियों की बौछार कर दी। इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे और भारत के अलग-अलग राज्यों से जम्मू-कश्मीर घूमने पहुंचे थे। आतंकवादियों में दो स्थानीय भी शामिल थे। आसिफ शेख को पहलगाम हमले का मुख्य साजिशकर्ता माना जा रहा है, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटकों की जान गई थी। TRF द्वारा जिम्मेदारी लेने के बाद सुरक्षाबलों ने आक्रामक ऑपरेशन शुरू किया है, जिसमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने की रणनीति अपनाई जा रही है।
