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Operation Sindoor: 25 मिनट में 9 कैंप धवस्त, जानिए इन 9 ठिकानों को ही भारतीय सेना ने क्यों बनाया निशाना?

operation Sindoor

भारत ने पाकिस्तान और पीओके के 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया है। इस हमले में 7 शहरों के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। भारत की ये जवाबी कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई है और इसका नाम दिया है ‘ऑपरेशन सिंदूर’(Operation Sindoor)। ये नाम उन महिलाओं को समर्पित है, जिनके पतियों की पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने हत्या कर दी थी। हमले के बाद भारत की ओर से जारी बयान में कहा गया है,”इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया है, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की योजना बनाई गई थी और उन्हें अंजाम दिया गया था।”

तीनों ने मिलकर चलाया ऑपरेशन सिंदूर 

7 मई की तड़के सुबह आर्मी, नेवी और एयरफोर्स, तीनों ने मिलकर ऑपरेशन सिंदूर(Operation Sindoor) चलाया। भारत की तरफ से पाकिस्तान के अंदर आतंकियों के ठिकानों पर भीषण हमला किया गया है। इस हमले में लश्कर और जैश के आतंकी ठिकाने तबाह किए गए हैं। पीएम मोदी ने पूरा ऑपरेशन मॉनीटर किया है और अजीत डोभाल लगातार उनके संपर्क में थे। भारत ने लश्कर और जैश के ठिकानों पर मिसाइल से हमला किया है। मजूद अजहर का बहावलपुर ठिकाना ध्वस्त हुआ है और लश्कर का मुरीदके कैंप तबाह हुआ है।

आतंकवादियों से जुड़े नौ ठिकानों पर जोरदार हमला

इस स्पेशल ऑपरेशन (Operation Sindoor) में भारत के फाइटर जेट्स ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में आतंकवादियों से जुड़े नौ ठिकानों पर हमला किया गया। ऑपरेशन सिंदूर के लिए जिन लक्ष्यों को चुना उनमें से चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हैं। जिन टारगेट को निशाना बनाया गया वे क्षेत्र के कुछ सबसे महत्वपूर्ण और लंबे समय से चले आ रहे आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्र थे।जिन 9 ठिकानों पर भारतीय वायुसेना ने अटैक किया है, उनमें बहावलपुर ,मुरीदके, गुलपुर, भीमबर, चक अमरू, बाग, कोटली, सियालकोट और मुजफ्फराबाद शामिल हैं। ये ये वो जगह हैं, जहां आतंकियों का पाकिस्तान आका बना बैठा है।

इन 9 ठिकानों को ही क्यों बनाया गया निशाना

ऑपरेशन सिंदूर(Operation Sindoor) के लिए चुने गए इन नौ टारगेट में से हरेक का भारत में किए गए प्रमुख आतंकी साजिशों और घुसपैठ के प्रयासों से जुड़ाव का इतिहास रहा है। भारत ने भारत-पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद के इकोसिस्टम में उनकी अहमियत को लेकर एनालिसिस किया और उसकी के आधार पर इन साइटों की पहचान की गई। बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद की हूकूमत चलती है तो वहीं मुरीदक में लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना था, गुलपुर, भीमबर, चक अमरू , कोटली , बाग, में जैश के ट्रेनिंग पैड कहे जाते हैं तो वही सियालकोट और मुजफ्फराबाद को हिज्बुल मुजाहिदीन की फेवरेट जगह कही जाती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस स्ट्राइक में जैश-ए-मोहम्मद के 50 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं।

बता दें कि कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था। इसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। इसमें एक नेपाल का टूरिस्ट भी शामिल था। आतंकियों ने पर्यटकों का धर्म पूछकर गोली मारी थी। पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी पहले द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, हालांकि बाद में इससे मुकर गया था।

Mayank Dwivedi
Author: Mayank Dwivedi

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