आतंकी अब्दुल रऊफ असगर एक हमले में घायल हो गया है ! हालत गंभीर ?
हाल ही में खबर आई है कि पाकिस्तान के नामी आतंकी अब्दुल रऊफ असगर एक हमले में घायल हो गया । यह घटना पाकिस्तान के आतंकवादियों की सक्रियता और उनकी भारत विरोधी गतिविधियों की ओर इशारा करती है। आइए जानते हैं कि अब्दुल रऊफ असगर कौन हैं और पाकिस्तान में उनका क्या रोल है।
अब्दुल रऊफ असगर: जैश-ए-मोहम्मद का अहम सदस्य
अब्दुल रऊफ असगर पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का एक प्रमुख सदस्य हैं। वह संगठन के संस्थापक मसूद अजहर के भाई हैं। अब्दुल रऊफ असगर 1999 में भारतीय विमान IC-814 के अपहरण में शामिल थे, जो कंधार में हुआ था। इस घटना के बाद से वह भारत के मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल हैं।
पाकिस्तान में उनकी भूमिका
पाकिस्तान में अब्दुल रऊफ असगर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नेटवर्क को मजबूत करने और भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को संचालित करने में सक्रिय हैं। उनकी गतिविधियों में आतंकवादी हमलों की योजना बनाना, आतंकियों को प्रशिक्षण देना और सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देना शामिल है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ उनके संबंध भी संदिग्ध रहे हैं।
चीन का रुख
भारत और अमेरिका ने अब्दुल रऊफ असगर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की कोशिश की है। हालांकि, चीन ने हर बार वीटो का इस्तेमाल करके इस प्रस्ताव को विफल किया है। चीन का कहना है कि इस मामले में और समय की आवश्यकता है, जबकि भारत इसे पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादियों को संरक्षण देने की नीति का हिस्सा मानता है।
अब्दुल रऊफ असगर की हालिया घायल होने की खबर पाकिस्तान में आतंकवादियों की सक्रियता और भारत के खिलाफ उनकी साजिशों की ओर इशारा करती है। भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस मामले को गंभीरता से लेकर पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए ताकि आतंकवादियों को संरक्षण देने की उसकी नीति पर रोक लगाई जा सके।
1. अब्दुल रऊफ असगर कौन हैं?
अब्दुल रऊफ असगर जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर के भाई हैं और 1999 में भारतीय विमान IC-814 के अपहरण में शामिल थे।
2. पाकिस्तान में उनकी भूमिका क्या है?
वह पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी नेटवर्क को मजबूत करने और भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को संचालित करने में सक्रिय हैं।
3. चीन ने उन्हें वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव पर क्या रुख अपनाया है?
चीन ने हर बार वीटो का इस्तेमाल करके इस प्रस्ताव को विफल किया है, जबकि भारत इसे पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवादियों को संरक्षण देने की नीति का हिस्सा मानता है।
4. भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस मामले में क्या कदम उठाने चाहिए?
भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस मामले को गंभीरता से लेकर पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए ताकि आतंकवादियों को संरक्षण देने की उसकी नीति पर रोक लगाई जा सके।
