अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अपने 3 देशों की यात्रा पर कतर पहुंचे। कतर की राजधानी दोहा में आयोजित बिजनेस इवेंट में एप्पल आईफोन की मैन्यूफैक्चरिंग को लेकर एक बड़ी बात कही। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने कहा कि उन्होंने Apple Inc. के टिम कुक(Tim Cook) से भारत में प्लांट्स बनाने को बंद करने को कहा है। जबकि, iPhone मेकर की प्लानिंग चीन से बाहर मैन्युफैक्चरिंग डायवर्सिफाई करने की है। ट्रंप ने इवेंट में कहा, ”कल टिम कुक के साथ मेरी थोड़ी समस्या थी। मैंने उनसे कहा, ‘टिम, तुम मेरे दोस्त हो। मैंने तुम्हारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया है। तुम 500 बिलियन डॉलर लेकर आ रहे हो, लेकिन अब मैं सुन रहा हूं कि तुम पूरे भारत में निर्माण कर रहे हो। मैं नहीं चाहता कि तुम भारत में निर्माण करो। अगर तुम भारत का ख्याल रखना चाहते हो तो तुम भारत में निर्माण कर सकते हो, क्योंकि भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ वाले देशों में से एक है। भारत में बेचना बहुत मुश्किल है।”
नई दिल्ली और वॉशिंगटन डीसी के बीच एक समझौता प्रस्तावित होने का भी दावा
डोनाल्ड ट्रंप(Donald Trump) ने यह भी दावा किया कि नई दिल्ली ने वॉशिंगटन डीसी को एक समझौता प्रस्तावित किया है और कहा है कि वह अमेरिकी सामानों पर कोई शुल्क नहीं लगाएगा। हालांकि भारत ने अभी तक ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। उन्होंने कहा, “उन्होंने (भारत ने) हमें एक ऐसा सौदा दिया है जिसमें वे मूल रूप से हमसे कोई शुल्क नहीं लेंगे। मैंने टिम से कहा, हम तुम्हारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार कर रहे हैं, हमने उन सभी संयंत्रों को भी सहन किया जो तुमने वर्षों तक चीन में बनाए। हमें इसमें कोई दिलचस्पी नहीं कि तुम भारत में निर्माण करो। भारत अपनी देखभाल खुद कर सकता है।”
आईफोन प्रोडक्शन का बड़ा हब बनकर उभरा है भारत
बीते पांच सालों में भारत आईफोन प्रोडक्शन का बड़ा हब बनकर उभरा है। बीते एक वर्ष में भारत में एप्पल के 60 फीसदी से अधिक फोन बनाए गए है। इससे पहले एपल चीन में बड़े पैमाने पर आईफोन बना रहा था, लेकिन अब वह चीन से दूरी बनाना चाहता है। एपल को सबसे बड़ा झटका कोविड-19 के दौरान लगा था। उसके फोन बनना बंद हो गए थे। इसके बाद ट्रंप ने चीन पर भारी टैरिफ लगा दिया। चीन ने भी इसके जवाब में उस पर टैरिफ लगाया। एपल टैरिफ वॉर में फंस गया और उसने चीन को छोड़ने का फैसला किया है। ऐसे में वह अब भारत की जमीन को तलाश रहा है, लेकिन अब इस पर भी संकट मंडराता नजर आ रहा है। अगर एपल अपनी असेंबली यूनिट भारत में शिफ्ट करता है तो 2026 से हर साल यहां 6 करोड़ से ज्यादा आईफोन का प्रोडक्शन होगा। यह मौजूदा क्षमता से दोगुना ज्यादा होगा। फिलहाल आईफोन के प्रोडक्शन में चीन का दबदबा है। आईडीसी के मुताबिक 2024 में कंपनी के ग्लोबल आईफोन शिपमेंट का 28 प्रतिशत हिस्सा यहीं से होता था। अगर एप्पल ने भारत में प्रोडक्शन बंद किया तो आईफोन महंगा हो सकता है।
