2020-21 में पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाला कोरोना वायरस ने दुनिया में एक बार फिर दस्तक दे दी है। हांगकांग और सिंगापुर में कोरोना का नया वैरिएंट तेजी से फैल रहा है, अब भारत में भी इसके मामले मिलने लगे हैं। मुंबई में पिछले 3 महीने COVID-19 के कई मामले सामने आ चुके हैं। और अब मुंबई के केईएम अस्पताल में दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत की पुष्टि हुई है। हालांकि, अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इन दोनों मरीजों की मौतें COVID-19 से नहीं, बल्कि उनकी पहले से मौजूद गंभीर बीमारियों कैंसर और किडनी फेलियर की वजह से हुई हैं।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई टेंशन
महाराष्ट्र के मुंबई में कोरोना वायरस(COVID-19) के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ा दी हैं. मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में अबतक 53 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं। कोरोना के वापसी के मद्देनजर मुंबई महानगरपालिका के अस्पतालों में मरीजों के लिए विशेष बिस्तर और विशेष कमरों की व्यवस्था की गई है। बृहन्मुंबई नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग COVID-19 के प्रसार पर नियंत्रण रखने के लिए लगातार निगरानी कर रहा है। जनवरी 2025 से अप्रैल 2025 तक कोविड मरीजों की संख्या बहुत कम पाई गई है। हालांकि, मई से अब तक मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। नगर निगम प्रशासन नागरिकों से न घबराने की अपील कर रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, मुंबई महानगर क्षेत्र में अस्पतालों में उपचार और मार्गदर्शन की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं।
हॉन्ग कॉन्ग और सिंगापुर में रोज बढ़ रहे COVID-19 के मामले
दुनिया में पांच साल पहले कोरोना महामारी फैली थी, उसके मामले अब फिर से कुछ जगहों पर बढ़ते दिख रहे हैं, खासकर हॉन्ग कॉन्ग और सिंगापुर में। सिंगापुर में तो पिछले हफ्ते के मुकाबले COVID-19 के मामले 28% बढ़ गए हैं। एक हफ्ते पहले जहां करीब 11,100 मामले थे, वहीं 3 मई को खत्म हुए हफ्ते में यह संख्या बढ़कर लगभग 14,200 हो गई। सिंगापुर में हर दिन जितने लोग अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं, उनकी संख्या में भी करीब 30% की बढ़ोतरी हुई है। उधर हॉन्ग कॉन्ग में भी एक हफ्ते में कोरोना के 31 गंभीर मामले सामने आए हैं। कुल मिलाकर कहें तो इन जगहों पर कोरोना फिर से थोड़ा चिंताजनक होता दिख रहा है।
