पाकिस्तान(Pakistan) में इन दिनों बवाल मचा हुआ है। आज प्रदर्शनकारियों ने सिंध के गृह मंत्री का घर आग के हवाले कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने घर की सुरक्षा में तैनात गार्ड्स को भी पीटा। यह घटना नौशहरो फिरोज जिले में हुई, जहां गुस्साए लोगों ने मंत्री जी के आवास के साथ-साथ घर में रखे सामानों को भी नष्ट कर दिया और बाहर खड़ी गाड़ियों को भी जला दिया। इस झड़प में कम से कम 2 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा दोनों तरफ के कई लोग भी घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सरकार उनकी जमीन और पानी छीन रही है और उसे निजी कंपनियों को दे रही है।
प्रदर्शनकारियों ने गृहमंत्री जियाउल हसन लंजर के आवास को आग के हवाले किया
दरअसल, पाकिस्तान सरकार(Pakistan) ने सिंधु नदी पर छह नई नहरों के निर्माण का प्रस्ताव रखा है, जो पंजाब प्रांत में बनाई जाएंगी। इस परियोजना से सिंध प्रांत में असंतोष बढ़ गया है, क्योंकि वहां के लोगों का मानना है कि यह कदम सरकार द्वारा भेदभाव को बढ़ावा देने का प्रयास है। इस मुद्दे को लेकर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और शबाज शरीफ की पाकिस्तानी मुस्लिम लीग नवाज के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। पाक सरकार के इस फैसले से लोगों में इतना गुस्सा बढ़ गया है कि लोगों ने राज्य के गृहमंत्री जियाउल हसन लंजर के आवास को आग के हवाले कर दिया। जब प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना देने की कोशिश की, तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बल प्रयोग किया। इससे नाराज होकर लोगों ने सिंध के गृह मंत्री के घर हमला कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने कुछ ट्रकों को लूट लिया और उनमें से तीन को आग लगा दी, जिसमें एक तेल से भरा टैंकर भी शामिल था।
सिंध नदी पर नहर बनाने से नाराज हैं प्रदर्शनकारी
पाकिस्तान(Pakistan) सरकार का कहना है कि चोलिस्तान रेगिस्तान में सिंचाई के लिए छह नई नहरों का निर्माण किया जाएगा, जिससे सिंधु नदी के पानी का उपयोग किया जा सकेगा। हालांकि, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और अन्य सिंधी राजनीतिक दल इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं. सरकारी सूत्रों के अनुसार, चोलिस्तान नहर प्रणाली के माध्यम से चार लाख एकड़ भूमि की सिंचाई संभव होगी। दूसरी ओर, सिंध प्रांत में यह चिंता व्यक्त की जा रही है कि इससे पानी की कमी उत्पन्न होगी, और स्थानीय लोगों का आरोप है कि उनके हिस्से का पानी पंजाब को दिया जा रहा है, जिसे वे स्वीकार नहीं कर सकते। इस मुद्दे के खिलाफ हाल के दिनों में आंदोलन तेज हो गया है, जिसके चलते सिंध में हाईवे भी जाम किए गए हैं।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने रद्द किया सिंधु जल समझौता
इससे पहले भारत ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले के बाद पाकिस्तान के साथ 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया। इस समझौते के अनुसार, पाकिस्तान को सिंधु और उसकी सहायक नदियों, झेलम और चेनाब का पानी मिलता था, जबकि भारत को पूर्वी रावी, सतलज और व्यास नदियों के जल पर अधिकार था। झेलम और चेनाब नदियां भारत से होकर पाकिस्तान जाती हैं, और समझौते के निलंबन के कारण पाकिस्तान में जल संकट उत्पन्न हो गया है।
