बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को एक और झटका लगा है। बिहार के पॉपुलर यूट्यूबर मनीष कश्यप(Manish Kashyap) ने भाजपा से नाता तोड़ लिया है। मनीष ने खुद इस बात की घोषणा अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए किया है। जिसमें वह कह रहे हैं कि अब वे भाजपा का सदस्य नहीं हैं। वीडियो में उन्हें यह भी कहते हुए सुना जा रहा है कि वह चनपटिया गए थे, उन्होंने कई इलाकों का दौरा किया। इतना ही नहीं, मनीष ने कई लोगों से मुलाकात भी की। इसके बाद उन्होंने भाजपा को छोड़ने का फैसला लिया।
— Manish Kasyap Son Of Bihar (@ManishKasyapsob) June 8, 2025
फेसबुक पर लाइव आकर किया एलान
इतना ही नहीं मनीष कश्यप(Manish Kashyap) ने रविवार को फेसबुक पर लाइव आकर भी अपने इस्तीफे की घोषणा की। मनीष ने कहा, मैं अब बीजेपी का सक्रिय सदस्य नहीं हूं,मैं बीजेपी में रहकर खुद को नहीं बचा पाया तो लोगों की मदद क्या करूंगा। मुझे बिहार और बिहारियों के लिए लड़ना है। उन्हें लग रहा है कि पार्टी में रहकर वह लोगों की आवाज को अच्छे से नहीं उठा पाएंगे। इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया है। मनीष ने आगे कहा कि अब मैं अलग प्लैटफॉर्म पर अलग तरीकों से अपनी बातों को रखूंगा। आगे किसी ना किसी प्लेटफॉर्म की तलाश रहेगी। क्या हम नया प्लेटफॉर्म तैयार करें या किसी और के साथ मिलकर ब्रांड बिहार की बात की जाए। यह देखना होगा।
जनता से पूछा- कहां से चुनाव लड़ना चाहिए
मनीष कश्यप ने फेसबुक लाइव में इशारों-इशारों में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की बात भी कही। मनीष ने लोगों से सुझाव भी मांगा कि उन्हें कहां से चुनाव लड़ना चाहिए। यह भी आप लोग बताइएगा। किस पार्टी से लड़ना चाहिए या अकेले लड़ना चाहिए। मैं स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ आवाज उठाते रहूंगा। मेरी लड़ाई किसी व्यक्ति के खिलाफ नहीं है। मनीष(Manish Kashyap) का कहना था कि अपने इलाके में गया था. बहुत सारे क्षेत्रों का दौरा किया। वहां लोगों से मुलाकात की. अब मैं इस निर्णय पर पहुंचा हूं कि मुझे बिहार के लिए लड़ना है। पलायन रोकने के लिए लड़ना है। जब पार्टी में था,तब भी इस संबंध में लगातार आवाज उठाता रहा हूं। अब मुझे लग रहा है कि पार्टी में रहकर मजबूती से आवाज नहीं उठा पाऊंगा, इसलिए मैंने इस्तीफा देने का निर्णय लिया।
‘जो अपनी मदद नहीं कर पा रहा है, वह अपने लोगों की कैसे कर पाएगा’
मनीष(Manish Kashyap) ने कहा कि बहुत सारे नेता कह रहे थे कि मनीष कश्यप महत्वकांक्षी है, लेकिन मैं ऐसा नहीं था। अगर ऐसा होता तो 2024 का लोकसभा चुनाव लड़कर उनका खेल बिगाड़ देता। हालांकि, मैनें चीजों को समझा। तब मुझे लगा कि इन लोगों के साथ रहकर मैं लोगों की ठीक तरह से मदद कर पाऊंगा। मनीष ने कहा कि आज हालत ऐसी है कि जो मनीष कश्यप अपनी मदद नहीं कर पा रहा है, वह अपने लोगों की कैसे कर पाएगा? इसलिए मैंने भारतीय जनता पार्टी से अलग होने का फैसला लिया है।
मनीष कश्यप ने क्यों छोड़ी बीजेपी
दरअसल, हाल ही में पीएमसीएच (PMCH) में जूनियर डॉक्टरों संग मनीष कश्यप की मारपीट हुई थी। कहा गया कि डॉक्टरों ने न केवल मनीष कश्यप(Manish Kashyap) संग बदतमीजी की, बल्कि उन्हें पीटा भी। इस पूरे पीएमसीएच विवाद में मनीष कश्यप अकेले दिखे। उनके पक्ष में भाजपा का कोई भी बड़ा नेता नहीं आया न तो उनके लिए आलाकमान ने चिंता जाहिर की और न ही इस पूरे विवाद पर किसी ने मनीष कश्यप का पक्ष लिया। इससे मनीष कश्यप बहुत आहत हुए। उन्होंने तो रोते-रोते अपना दर्द भी बयां किया था। उन्होंने मंगल पांडेय पर भी हमला बोला था।
