अहमदाबाद में गुरुवार को एक बड़ा विमान हादसा हुआ। यहां पर सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद एअर इंडिया का एक विमान हादसे का शिकार हो गया। Air India के विमान AI 171 में कुल 242 लोग सवार थे। जिस विमान में हादसा हुआ, वह बोइग का ड्रिमलाइनर 787-8 था. इस हादसे के बाद से DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) ने बड़ा फैसला लिया है। DGCA ने Air India के बोइंग 787-8/9 बेड़े पर की जांच का आदेश दिया है। नागर विमानन महानिदेशालय के आदेश के तहत फ्यूल पैरामीटर सिस्टम की जांच होगी। विमान की सुरक्षा के हर मानक की जांच की जाएगी। ये 15 जून से प्रभावी होगी। इसमें टेकऑफ मानकों की भी जांच होगी।
DGCA ने दिया कई अहम तकनीकी जांचों का निर्देश
DGCA ने उड़ान से पहले कई अहम तकनीकी जांचों का निर्देश दिया है, जिसमें फ्यूल पैरामीटर मॉनिटरिंग, कैबिन एयर कंप्रेसर सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल टेस्ट, इंजन फ्यूल एक्टुएटर ऑपरेशन, ऑयल सिस्टम और हाइड्रोलिक सिस्टम की सेवा जांच शामिल है। इसके साथ ही टेकऑफ से पहले के पैरामीटर्स की समुचित समीक्षा करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा DGCA ने आदेश दिया है कि ‘फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन’ को ट्रांजिट निरीक्षण में जोड़ा जाए और यह प्रक्रिया अगले आदेश तक जारी रखी जाए। साथ ही दो सप्ताह के भीतर पावर एश्योरेंस चेक्स कराना भी अनिवार्य किया गया है। साथ ही पिछले 15 दिनों में बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों में सामने आए रिपिटिटिव तकनीकी खराबियों की समीक्षा करने और उनसे जुड़े सभी मेंटेनेंस कार्यों को जल्द से जल्द निपटाने के आदेश भी दिए गए हैं।
हर विमान की उड़ान से पहले होगी ये जांच जरुरी
- फ्यूल सिस्टम की जांच यानी ईंधन से जुड़े पैरामीटर सही हैं या नहीं।
- कैबिन में हवा पहुंचाने वाले सिस्टम की जांच।
- इंजन कंट्रोल सिस्टम की जांच।
- इंजन में ईंधन डालने और ऑयल सिस्टम की जांच।
- हाइड्रोलिक सिस्टम की जांच, जो प्लेन के पहिए, ब्रेक कंट्रोल करता है
- टेक-ऑफ के आंकड़ों जैसे रफ्तार, वजन की दोबारा समीक्षा।
- एक नया फ्लाइट कंट्रोल चेक होगा, जो हर स्टॉप पर किया जाएगा।
- पावर टेस्ट (इंजन ताकत की जांच) अगले 2 हफ्ते में करना अनिवार्य है।
- पिछले 15 दिन में इन विमानों में जो भी खराबी बार-बार आई है, उसकी जांच पूरी किए बिना कोई मेंटेनेंस बंद नहीं होगा।
