यह रहा एक इंसानी शैली में लिखा गया ब्लॉग, जो उत्तर प्रदेश की 60244 कांस्टेबल भर्ती और नियुक्ति पत्र वितरण को विस्तार से कवर करता है:
उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक पुलिस भर्ती: 60244 कांस्टेबलों को सौंपे गए नियुक्ति पत्र, गृह मंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी
दिनांक: 14 जून 2025
लेखक: न्यूज़ व्यूज़ टीम
उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। राज्य में 60,244 कांस्टेबलों की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है। शुक्रवार को लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन नव-नियुक्त पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपे।
💬 अमित शाह का संदेश: “उत्तर प्रदेश बना देश की कानून व्यवस्था का मॉडल”
गृह मंत्री अमित शाह ने इस अवसर पर कहा कि उत्तर प्रदेश अब अपराधियों के लिए “सेफ हेवन” नहीं रहा। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा:
“आज उत्तर प्रदेश देश की सबसे मजबूत कानून व्यवस्था वाला राज्य बन चुका है। यह भर्ती इसका प्रमाण है कि राज्य सरकार कानून-व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।”
उन्होंने कहा कि इन 60 हज़ार से अधिक नए पुलिसकर्मियों की नियुक्ति से गांव, कस्बे और शहरों में शांति व्यवस्था और मज़बूत होगी।
🧑✈️ योगी आदित्यनाथ का संबोधन: “कानून का राज स्थापित करना हमारी प्रतिबद्धता है”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कानून का राज स्थापित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि:
“हमने अपराधियों के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है और अब यह पुलिस बल उसी नीति को और मज़बूती देगा। यह सिर्फ नियुक्ति नहीं है, यह प्रदेश के युवाओं के आत्मविश्वास और अवसर की जीत है।”
योगी जी ने भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और मेरिट आधारित चयन प्रणाली को भी उजागर किया।
🔍 भर्ती प्रक्रिया पर एक नज़र
- कुल पद: 60,244 कांस्टेबल
- आवेदन करने वाले अभ्यर्थी: 50 लाख से अधिक
- चयन प्रक्रिया: ऑनलाइन लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट, डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन
- चयनित अभ्यर्थी: 60,244 पुरुष एवं महिला कांस्टेबल
भर्ती में न केवल पुरुष बल्कि बड़ी संख्या में महिलाओं को भी अवसर दिया गया, जिससे महिला सुरक्षा को और बल मिलेगा।
👨👩👦 भावनात्मक पल: परिवारों की आंखों में खुशी के आंसू
समारोह में नियुक्ति पत्र पाते ही कई अभ्यर्थियों की आंखों में आंसू थे। किसी ने अपने किसान पिता को यह सफलता समर्पित की, तो कोई अपनी मां की दुआ को श्रेय दे रहा था। यह केवल नौकरी नहीं, बल्कि एक सपने की पूर्ति थी।
📈 निष्कर्ष: यह सिर्फ भर्ती नहीं, भविष्य निर्माण है
उत्तर प्रदेश की यह भर्ती देश में एक मिसाल है – कैसे पारदर्शिता, टेक्नोलॉजी और राजनीतिक इच्छाशक्ति मिलकर लाखों युवाओं का भविष्य बना सकते हैं। यह कदम केवल राज्य की सुरक्षा को सुदृढ़ नहीं करता, बल्कि युवाओं के मन में भरोसा भी पैदा करता है।
आपका क्या विचार है इस ऐतिहासिक भर्ती पर? क्या यह देश के बाकी राज्यों के लिए एक प्रेरणा बन सकती है? नीचे कमेंट करें और अपनी राय साझा करें।
