पुणे पुल हादसा: जब इंद्रायणी नदी में समा गई ज़िंदगी — 30 लोग लापता, अब तक 2 शव बरामद
✍️ लेखक: न्यूज़ व्यूज़ टीम | 📅 तारीख: 14 जून 2025
🌉 एक पल… और ज़िंदगी बदल गई
पुणे के पास इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना पुल आज तड़के अचानक ढह गया। सुबह के करीब 5 बजे का वक्त था — कुछ लोग अपने रोज़मर्रा के सफर पर थे, कुछ शायद काम पर निकल रहे थे, तो कुछ बस समय से पहले घर लौटने की कोशिश कर रहे थे।
लेकिन उन्हें क्या पता था कि आज का सूरज उनकी ज़िंदगी में कभी नहीं उगेगा।
⚠️ हादसे की जानकारी
- स्थान: इंद्रायणी नदी पर स्थित पुल, पुणे ज़िला
- समय: तड़के 4:45 से 5:15 बजे के बीच
- क्या हुआ? पुल अचानक भरभराकर नदी में गिर गया
- कितने लोग प्रभावित? लगभग 30 लोगों के बह जाने की आशंका,
- शव बरामद: अभी तक 2 शवों को निकाला गया है
- रेस्क्यू ऑपरेशन: NDRF और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर तैनात हैं
❓ क्या हुआ? कैसे हुआ?
स्थानीय चश्मदीदों के मुताबिक, पुल के एक हिस्से में पहले से दरारें थीं, और हाल ही में हुई बारिश ने इसके ढांचे को और कमजोर कर दिया था। बावजूद इसके, पुल का इस्तेमाल बंद नहीं किया गया।
जब सुबह वाहन और पैदल लोग पुल से गुजर रहे थे, तभी अचानक उसका एक बड़ा हिस्सा ढह गया, और लोग नदी में गिर गए। पानी का बहाव तेज़ था, जिससे रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही हैं।
👁️ चश्मदीदों की जुबानी
“मैंने अपनी आंखों के सामने बाइक समेत दो लोगों को पानी में समाते देखा। एक आवाज़ आई और सबकुछ हिल गया।”— रमेश पाटिल, स्थानीय निवासी
“हमने 100 नंबर पर तुरंत कॉल किया, लेकिन जब तक मदद पहुंचती, बहाव सब कुछ ले जा चुका था।” — सीमा ताई, दुकानदार
🕵️ प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद राज्य सरकार और जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं और कहा है कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
👇 प्रशासनिक कदम:
- NDRF की टीम ने गोताखोरों के साथ मिलकर बचाव अभियान शुरू किया
- आसपास के इलाकों में अलर्ट घोषित
- लापता लोगों के परिवारों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
- पुल की देखरेख करने वाले विभाग से जवाब-तलबी
😢 इंसानी पीड़ा के पीछे छुपी लापरवाही
हर बार ऐसा क्यों होता है कि जान जाने के बाद ही हमारी व्यवस्थाएं जागती हैं? इंद्रायणी नदी का यह पुल कोई नया नहीं था — कई बार मरम्मत की माँग उठ चुकी थी, लेकिन केवल कागज़ों पर। नतीजा आज सबके सामने है।
🙏 अब क्या?
लोगों की उम्मीदें अब NDRF और गोताखोरों की टीमों पर टिकी हैं। नदी का बहाव तेज है, लेकिन परिजन हर लहर को उम्मीद की नज़र से देख रहे हैं। 30 परिवारों की साँसे ठहर सी गई हैं, हर एक कॉल, हर एक खबर पर दिल दहल उठता है।
📞 हेल्पलाइन नंबर
अगर आपके कोई परिजन या जानने वाले इस इलाके से लापता हैं, तो इन हेल्पलाइन नम्बरों पर संपर्क करें:
📱 100 / 108 (आपातकालीन सेवाएं)
📞 स्थानीय प्रशासन हेल्पलाइन: +91-20-XXXX-XXXX
📝 निष्कर्ष
इस हादसे ने एक बार फिर हमें झकझोर कर रख दिया है — सिर्फ इसलिए नहीं कि 30 लोग लापता हैं, बल्कि इसलिए भी कि यह हादसा टाला जा सकता था।
अब वक़्त आ गया है कि प्रशासनिक लापरवाही की जगह संवेदनशीलता और जवाबदेही आए।
🙏 हम सभी लापता लोगों की सलामती की प्रार्थना करते हैं। अगर आपको यह जानकारी ज़रूरी लगी हो तो इसे साझा करें — ताकि सवाल पूछे जा सकें और जवाबदेही तय की जा सके।
पुणे पुल हादसा: जब इंद्रायणी नदी में समा गई ज़िंदगी — 30 लोग लापता, अब तक 2 शव बरामद
