🧾 जनगणना 2027: 1 मार्च तक पूरी होगी प्रक्रिया, केंद्र सरकार ने जारी किया नोटिफिकेशन
✍️ लेखक: न्यूज़ व्यूज़ टीम | 📅 तारीख: 14 जून 2025
📌 क्या है जनगणना और क्यों है यह ज़रूरी?
“जनगणना” — एक ऐसा शब्द जो हममें से ज़्यादातर ने स्कूल की किताबों में पढ़ा होगा, लेकिन इसका असली महत्व अब जाकर सामने आ रहा है। जनगणना केवल आंकड़ों की गणना नहीं, बल्कि एक देश की आत्मा को समझने का जरिया है।
भारत सरकार ने जनगणना 2027 के लिए आधिकारिक घोषणा कर दी है। नोटिफिकेशन के अनुसार, 1 मार्च 2027 तक पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। यह भारत की 16वीं राष्ट्रीय जनगणना होगी।
📰 क्या कहा गया है नोटिफिकेशन में?
हाल ही में गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि:
जनगणना की तैयारियाँ जो पहले कोविड के कारण रुकी थीं, अब फिर से शुरू हो गई हैं।
1 मार्च 2027 तक सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में जनगणना पूरी कर ली जाएगी।
इस बार डिजिटल डेटा संग्रहण की व्यवस्था की जाएगी, यानी मोबाइल ऐप और टैबलेट का इस्तेमाल किया जाएगा।
देश के हर नागरिक का नाम, उम्र, लिंग, शिक्षा, व्यवसाय, आवास की स्थिति जैसी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दर्ज की जाएंगी।
📆 अब तक क्यों रुकी थी जनगणना?
जनगणना 2021 को निर्धारित समय पर कराया जाना था, लेकिन कोविड-19 महामारी ने सारी तैयारियों को रोक दिया। पिछले 150 वर्षों में यह पहली बार था जब जनगणना को टालना पड़ा।
अब जाकर सरकार ने स्थिति सामान्य होने के बाद 2027 में इसे पूरा करने का रोडमैप तैयार किया है।
📲 इस बार क्या होगा नया?
जनगणना 2027 में कुछ नई और डिजिटल बातें देखने को मिलेंगी:
📱 डिजिटल फॉर्म भरने की सुविधा – कर्मचारी मोबाइल ऐप के ज़रिए फॉर्म भरेंगे
🏠 स्व-गणना (Self Enumeration) की सुविधा – नागरिक खुद भी जानकारी दे सकेंगे
🌐 रियल टाइम डेटा संग्रहण – समय पर और पारदर्शी आंकड़े
🧠 AI आधारित डाटा एनालिसिस – बेहतर नीतियाँ बनाने में मदद
👨👩👧 आम नागरिक के लिए क्यों है जनगणना ज़रूरी?
आप सोच रहे होंगे – “मुझे इससे क्या फर्क पड़ता है?”
दरअसल, फर्क बहुत पड़ता है।
सरकार किस क्षेत्र में कितनी स्कूल, अस्पताल, राशन दुकान, पानी-बिजली की सुविधा देगी — ये सब जनगणना के आंकड़ों पर आधारित होता है।
कौन-से क्षेत्र में कितनी आवश्यक सेवाएं, रोजगार योजनाएं, और विकास कार्य हों — इसका आधार यही डाटा होता है।
यह नीति निर्माण की रीढ़ है।
👮 क्या होंगे नागरिकों की जिम्मेदारियाँ?
जब आपके घर जनगणना अधिकारी आए, तो उन्हें सहयोग करें
सही जानकारी दें — ये आपकी आने वाली पीढ़ियों के लिए ज़रूरी है
अगर आपके क्षेत्र में अधिकारी न पहुंचे, तो स्वयं ऑनलाइन भी भाग लें
👥 लोगों से क्या अपेक्षा है?
सरकार चाहती है कि हर नागरिक इस प्रक्रिया में सहयोग करे। जो भी जानकारी पूछी जाए, उसे सही और पूरी तरह से दिया जाए। आपकी जानकारी गोपनीय रखी जाएगी और केवल आंकड़ों के रूप में इस्तेमाल होगी।जनगणना कोई मामूली सर्वे नहीं — यह देश की आत्मा को समझने का जरिया है।
2027 में जब भारत अपनी 16वीं जनगणना करेगा, तब यह सिर्फ आंकड़े नहीं होंगे, बल्कि यह तस्वीर होगी — कि हम कहां थे, कहां हैं, और कहां जाना चाहते हैं।
जनगणना सिर्फ आंकड़ों की किताब नहीं है, ये हम सबकी कहानी है — हमारी पहचान, हमारे भविष्य की बुनियाद।
2027 की जनगणना एक ऐतिहासिक कदम होगी — न सिर्फ इसलिए कि यह डिजिटल युग की पहली पूरी जनगणना है, बल्कि इसलिए भी कि यह हमें एक नई दिशा में आगे बढ़ाने का साधन बनेगी।
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अगर आप इस जानकारी से सहमत हैं, और मानते हैं कि हर भारतीय को जनगणना में भाग लेना चाहिए — तो कृपया इसे शेयर करें, क्योंकि “आपकी गिनती, देश की तरक्की” से जुड़ी है।
✍️ लेखक: न्यूज़ व्यूज़ टीम | 📅 तारीख: 14 जून 2025
