इजरायल और ईरान के बीच चल रहा संघर्ष(Israel Iran War) दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ईरान पर इजरायली हमले के 72 घंटे हो चुके हैं। इस हमले में अब 406 ईरानियों की मौत हो चुकी है, जबकि 654 लोग घायल हैं। वहीं ईरानी हमले में अबतक 16 इजरायलियों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग घायल हैं। पिछले 72 घंटों में इजरायल ने ईरान के हर मुमकिन इंफ्रास्ट्रक्चर और टारगेट पर हमला किया है। दोनों देशों में हो रही नागरिकों की हत्या ने पूरी दुनिया के लिए चिंता पैदा कर दी कि पुराने दुश्मनों के बीच जारी सबसे बड़ी लड़ाई अब एक और व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष का कारण बन सकती है। इधर, ईरान ने सीजफायर से इनकार कर दिया है जिसके बाद इजरायल ने अपने हमले तेज कर दिए हैं। तेल अवीव में लगातार सायरन गूंज रहे हैं।
इजरायली को जवाब देने के बाद ही सीजफायर पर विचार-ईरान
इजराइल और ईरान के बीच एक दूसरे पर मिसाइलों की बौछार सोमवार को चौथे दिन भी जारी है, जिसमें फिलहाल कमी आने का कोई संकेत नहीं दिख रहा है। ईरान ने मध्यस्थता कर रहे कतर और ओमान से कहा है कि वह इजरायली हमले के दौरान संघर्ष विराम के लिए बातचीत करने के लिए तैयार नहीं है। ईरान ने संकेत दिया है कि जब तक वह इजरायल के हमलों का पूरी तरह से जवाब नहीं दे देता, तब तक किसी भी समझौते पर चर्चा संभव नहीं है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबकि,”ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि वह संघर्ष के बीच कोई सौदा नहीं करेगा. पहले हमलों का जवाब दिया जाएगा, फिर बात होगी।”
इजरायल का अगला टारगेट ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई थे
इजरायली सेना ने एक रात में तेहरान के 80 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया। रविवार को भी इजरायल ने तेहरान के दो तेल के कुओं पर हमला कर दिया। इसके अलावा इजरायल ने तेहरान पुलिस और रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय को भी निशाना बनाया है। इजरायल ने अपनी एअर स्ट्राइक में ईरान के परमाणु ठिकानों, टॉप कमांडर्स और बैलिस्टिक मिसाइलों को निशाना बनाया था। इतना ही नहीं समाचार एजेंसी AFP की रिपोर्ट के अनुसार इजरायल का अगला टारगेट ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह खामेनेई थे, लेकिन अमेरिका की चेतावनी के बाद इजरायल ने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं।
