इजरायल और ईरान के बीच 5वें दिन भी संघर्ष जारी है। दोनों पक्षों ने अपने हमले और तेज कर दिए हैं। इस बीच इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव(Iran Israel War) को देखते हुए भारत सरकार हरकत में आ गई है। सरकार ईरान में फंसे अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने की कोशिश कर रही है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आर्मेनिया और यूएई के विदेश मंत्रियों से बात की है। MEA ने एक बयान में कहा कि कुछ मामलों में दूतावास की मदद से छात्रों को ईरान के अंदर ही सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। दूतावास के अधिकारी भारतीय समुदाय और स्थानीय नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं।
आर्मेनिया बॉर्डर के रास्ते लाया जा रहा ईरान से बाहर
इजराइल- ईरान में जारी संघर्ष के बीच भारत ने अपने नागरिकों को ईरान से निकालना शुरू कर दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बताया है कि कुछ भारतीय नागरिकों को आर्मेनिया बॉर्डर के रास्ते देश से बाहर निकाला गया है। इसके अलावा राजधानी तेहरान से भी भारतीय छात्रों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स ने बताया है कि भारत ने अपने छात्रों को निकालने के लिए ईरान में आर्मेनिया के राजदूत से बात की थी। 110 भारतीय छात्रों का एक बैच कल आर्मेनिया बॉर्डर पहुंचा था। विदेश मंत्रालय ने पुष्टि करते हुए कहा कि तेहरान में भारतीय छात्रों को सुरक्षा कारणों से शहर से बाहर निकाल दिया गया है। इसके लिए भारतीय दूतावास ने खास व्यवस्था की थी। साथ ही भारतीय दूतावास ने कहा कि भारतीय या भारतीय मूल के लोग जो अपने संसाधनों के जरिये तेहरान से बाहर निकल सकते हैं वो शहर से बाहर सुरक्षित ठिकानों पर चले जाएं।
इससे पहले तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने 15 जून को एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें वहां रह रहे सभी भारतीय नागरिकों और प्रवासी भारतीयों से कहा गया है कि वे दूतावास के संपर्क में रहें, बिना जरूरत के बाहर न निकलें और दूतावास के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से अपडेट लेते रहें। दूतावास ने यह भी बताया कि वह सुरक्षा हालात पर नजर रखे हुए है और ईरान में रह रहे छात्रों से लगातार संपर्क में है ताकि उनकी सुरक्षा और सहायता सुनिश्चित की जा सके।
ईरान का एयपस्पेस बंद, UAE और अर्मेनिया से हुई बातचीत
आर्मेनिया और ईरान के बीच अच्छे संबंध हैं और दोनों देशों के बीच जमीनी सीमा भी है। यूएई के साथ बातचीत में क्षेत्रीय स्थिति पर भी चर्चा हुई है। यूएई के ईरान और इजराइल दोनों के साथ अच्छे संबंध हैं। विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि भारतीय दूतावास की मदद से छात्रों सहित भारतीय नागरिकों को ईरान में ही सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है। इजरायल और ईरान के संघर्ष(Iran Israel War) के कारण एयर स्पेस बंद होने की वजह से हवाई यात्रा अस्त-व्यस्त हो गई है। ईरान का आसमान पूरी तरह से बंद है, जबकि इजरायल ने बेन गुरियन एयरपोर्ट को अगली सूचना तक बंद कर दिया है। इराक और लेबनान के कुछ हिस्सों में एयरपोर्ट भी बंद हो गए हैं। इसकी वजह से हजारों लोग फंस गए हैं। एविएशन सेफ्टी एक्सपर्ट जॉन कॉक्स ने एपी को बताया, ‘यहां डोमिनोज प्रभाव बहुत बड़ा है।’
