Iran Israel War: ईरान-इजराइल के बीच जारी जंग में अब आधिकारिक तौर पर अमेरिका की एंट्री हो चुकी है। इस बात की पुष्टि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की है। देर रात अमेरिका ने ईरान में 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। इसमें फोर्डो, नतांज और एस्फाहान शामिल हैं।
ट्रंप ने ट्वीट कर दी बम बरसाने की जानकारी
युद्ध के दसवें दिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसका ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ईरान की तीन प्रमुख परमाणु साइट्स पर हमला किया है। फोर्डो, नतांज और एस्फाहान पर बेहद सफल हवाई हमला अमेरिका की ओर से किया गया है। ट्रंप ने बताया कि सभी अमेरिकी विमान अब ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकल चुके हैं। फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया और सभी विमान सुरक्षित रूप से लौट रहे हैं। ट्रंप ने अमेरिकी सैनिकों को बधाई देते हुए कहा कि दुनिया की कोई भी सेना ऐसा नहीं कर सकती थी। उन्होंने कहा, “अब शांति का समय है।”
ईरान को शांति के रास्ते पर लौटना चाहिए- ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों को निशाना बनाकर चलाए गए सैन्य अभियान को लेकर रात 10 बजे (स्थानीय समानुसार) (सुबह 7:30 बजे भारतीय समयानुसार) राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ईरान पर बड़ा हमला किया है। ऐसा कोई दूसरी सेना कर नहीं सकती। मैंने बहुत कोशिश की कि ऐसा कदम न उठाना पड़े, लेकिन हमारे पास कोई विकल्प ही नहीं बचा था। अब ईरान को शांति के रास्ते पर लौटना चाहिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा, ‘हमारा मकसद ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को बर्बाद करना और दुनिया में आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले नंबर एक देश की ओर से उत्पन्न परमाणु खतरे को रोकना था। आज रात मैं दुनिया को बता सकता हूं कि ये हमले एक शानदार सैन्य सफलता थी। ईरान की प्रमुख परमाणु संवर्धन सुविधाएं पूरी तरह से नष्ट कर दी गई हैं।’
शक्ति से ही शांति आती है- नेतन्याहू
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले के ट्रंप के फैसले को इतिहास बदल देने वाला साहसिक कदम’ बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं, शक्ति से ही शांति आती है। पहले ताकत दिखाई जाती है, फिर शांति स्थापित होती है। नेतन्याहू ने कहा कि आज रात अमेरिका और ट्रंप ने पूरी ताकत के साथ कार्रवाई की है।
