Israel-Iran War: अमेरिका ने शनिवार देर रात ईरान के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों पर भीषण हमला (Israel-Iran War ) किया। मिडनाइट हैमर अभियान के तहत हमले में 14 बंकर-बस्टर बम, दो दर्जन से अधिक टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें और 125 से अधिक अमेरिकी सैन्य विमानों का इस्तेमाल किया गया। पेंटागन ने इसे सटीक, साहसिक और सफल सैन्य अभियान करार दिया है, जबकि ईरान ने इसका बदला लेने की कसम खाई है लेकिन इस बीच सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आ रहे हैं। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खामेनेई को ही इस पूरे फसाद की जड़ बताया है।
इजरायल-अमेरिका के निशाने पर खामेनेई की सत्ता
इजरायल पहले से ही खामेनेई की हत्या की धमकी दे चुका है। अमेरिका भी खामेनेई को ढूंढ रहा है, हालांकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले से दो दिन पहले दावा किया था कि उनका इरादा खामेनेई की हत्या का नहीं है, लेकिन वह जानते हैं कि ईरान के सर्वोच्च नेता कहां छिपे हैं। द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, खामेनेई ने कथित तौर पर एक सुरक्षित भूमिगत बंकर में शरण ली हुई है। संभावित हत्या के प्रयासों से बचने के लिए बंकर में सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद कर दिए गए हैं। वह वर्तमान में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के शीर्ष सैन्य कमांडरों से अपने “विश्वसनीय सहयोगी” के माध्यम से बात कर रहे हैं। यही वजह है कि हमलों(Israel-Iran War ) के कई घंटों बाद तक उनका कोई सार्वजनिक बयान सामने नहीं आया है।
इजरायल और अमेरिका जोर-शोर से खामेनेई की तलाश कर रहे हैं
खामेनई ने आखिरी बार 18 जून को ईरानी जनता को संबोधित किया था। ऐसा माना जा रहा है कि इजरायल और अमेरिका जोर-शोर से खामेनेई की तलाश कर रहे हैं। उन्हें लगता है कि खामेनेई की हत्या (Israel-Iran War ) के बाद ईरान परमाणु बम बनाने के कार्यक्रम को रोकने पर सहमत हो जाएगा। हालांकि, ईरान बार-बार चेतावनी दे रहा है कि वह इस हमले का कड़ा जवाब देगा। उधर, खामेनेई की सुरक्षा में लगी टीम ने सभी तरह से टेक्नोलॉजी से खुद को दूर कर लिया है, क्योंकि उन्हें लेबनान में हिजबुल्लाह के पेजर, मोबाइल, वायरलेस सेट, इलेक्ट्रिक गाड़ियां, जैसी वस्तुओं में धमाकों को होते हुए देखा है।
पिछले हफ़्ते ही खामेनेई को एक गुप्त स्थान पर ले जाया गया
अयातुल्ला खामेनेई अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं। अयातुल्ला खामेनेई की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाती है और उनके ठिकाने के बारे में शायद ही कभी बताया जाता है। विश्लेषकों के अनुसार, उनकी निजी सुरक्षा की देखरेख एक कुलीन रिवोल्यूशनरी गार्ड इकाई करती है जो सीधे उनके कार्यालय को रिपोर्ट करती है। पिछले हफ़्ते कथित तौर पर उन्हें एक गुप्त स्थान पर ले जाया गया, जहां वे सेना के संपर्क में रह सकें। यह पिछले साल की इसी तरह की रिपोर्टों के बाद है, जब अयातुल्ला को हसन नसरल्लाह की हत्या के एक दिन बाद भी एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया था, जो लेबनानी आतंकवादी समूह हिज़्बुल्लाह का नेतृत्व करते थे और लंबे समय से सहयोगी थे।
खामेनेई ने 3 उत्तराधिकारी नामित किए
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को भी डर है कि कहीं उनकी हत्या ना कर दी जाए। ऐसे में उन्होंने तीन वरिष्ठ मौलवियों को उम्मीदवार के रूप में नामित किया है। जो उनकी ‘हत्या’ होने की स्थिति में उनकी जगह लेंगे। पिछले हफ़्ते इजरायल की तरफ से ईरान पर हमले(Israel-Iran War ) शुरू करने के बाद उन्होंने ये कदम उठाए हैं। खामेनेई ने जिन 3 संभावित उत्तराधिकारी नामित किए हैं। इनमें अलीरेजा अराफी, अली असगर हेजाजी और हासिम हुसैनी बुशहरी के नाम शामिल हैं। खामेनेई ने अपने बेटे मोजतबा को संभावित उत्तराधिकारियों में शामिल नहीं किया है, जो पहले पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे।
