पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक छात्रा के साथ सामुहिक दुष्कर्म का मामला(Kolkata Gangrape Case) सामने आया था। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। केस के तीनों आरोपियों के सैंपल लिए जा चुके हैं। मेडिकल कॉलेज में 30 जून को मनोजीत मिश्रा, प्रमित मुखर्जी और जैद अहमद के फ्लूइड, यूरिन और बालों के नमूने लिए गए। यह प्रक्रिया करीब आठ घंटे तक चली। पुलिस ने जांच पर कहा, ‘तीनों आरोपियों ने कई दिन से पीड़िता को ट्रैक कर रहे थे। मिश्रा ने पीड़िता को कॉलेज में दाखिला लेने के पहले दिन से ही निशाने पर लिया था। प्लानिंग के बाद वारदात की गई।’
सुनवाई के दौरान भी सामने आए कई नए तथ्य
कोलकाता रेप केस(Kolkata Gangrape Case) की सुनवाई के दौरान मंगलवार को सरकारी वकील ने अदालत में कई चौंकाने वाले खुलासे किए। सरकारी वकील ने दावा किया कि आरोपियों ने पीड़िता को इन्हेलर उसकी मदद करने के लिए नहीं दिया था बल्कि इसलिए दिया था ताकि फिर से उसका रेप कर सकें। वहीं बचाव पक्ष के वकील ने इस पूरे मामले को साजिश करार दिया है। अदालत ने मुख्य आरोपी मनोजीत, प्रमित और जैब को 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेजने का आदेश दिया है जबकि पिनाकी को 4 जुलाई तक पुलिस रिमांड में भेजा है। पुलिस ने 10 दिन के लिए पुलिस रिमांड में भेजने की गुहार लगाई थी।
मुख्य आरोपी के शरीर पर ताजे नाखूनों और खरोंच के निशान
इससे पहले कोलकाता के लॉ कॉलेज में छात्रा के साथ हुए गैंगरेप केस(Kolkata Gangrape Case) में मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा के शरीर पर ताजे नाखूनों और खरोंच के निशान पाए गए हैं। डॉक्टरों की शुरुआती मेडिकल रिपोर्ट में पाए गए ये निशान वही हैं, जो पीड़िता द्वारा विरोध के दौरान लगाए गए थे। पुलिस सूत्रों ने भी इसकी पुष्टि की है कि मोनोजीत के शरीर पर पाए गए चोट साफ संकेत देते हैं कि छात्रा ने यौन उत्पीड़न के दौरान जमकर प्रतिरोध किया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि ये ताजा खरोंच के निशान हैं, जो आमतौर पर तब लगते हैं जब कोई अपने ऊपर हो रहे हमले का प्रतिवाद करता है।
कॉल डिटेल रिकॉर्ड में हुए चौंकाने वाले खुलासे
इस केस की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने जब आरोपियों के कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) की जांच की, तो एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ। वारदात के अगले ही दिन सुबह मोनोजीत मिश्रा ने कॉलेज की उप-प्राचार्य डॉ. नयना चटर्जी से फोन पर बात की थी। जांच अधिकारियों ने कॉलेज परिसर के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करते हुए 16 लोगों की पहचान की है, जो वारदात के दिन यानी 25 जून की शाम घटना स्थल के आसपास मौजूद थे। इनमें से छह छात्रों से पूछताछ की गई है, बाकी से पूछताछ जारी है।
तीनों आरोपियों को यूनिवर्सिटी से निष्कासित किया
वहीं अब साउथ कलकत्ता लॉ यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने मामले(Kolkata Gangrape Case) में एक्शन लेते हुए छात्रा के साथ गैंगरेप के मामले में तीनों आरोपियों को यूनिवर्सिटी से निष्कासित कर दिया है। एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी है। वहीं संस्थान से निष्कासित किए गए लोगों में मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा भी शामिल है, जो कॉलेज में संविदा कर्मचारी था। मोनोजित मिश्रा के साथ ही दो अन्य आरोपियों जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को भी निष्कासित कर दिया गया है। दोनों यूनिवर्सिटी के छात्र हैं।
