Amarnath Yatra 2025: बाबा अमरनाथ की यात्रा की 3 जुलाई से शुरू हुई। पहले दिन शाम 7.15 बजे तक 12,348 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में हिम शिवलिंग के दर्शन किए। श्रद्धालुओं का जत्था रोज बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंच रहा है। इसी बीच अमरनाथ यात्रा(Amarnath Yatra) के दौरान रामबन जिले के चंदरकोट लंगर स्थल के पास पहलगाम की ओर जा रहे यात्रियों के काफिले की चार बसों की आपस में टक्कर हो गई। इसमें कम से कम 25 यात्री घायल हो गए।
सभी घायल तीर्थयात्रियों का इलाज जारी
सभी घायल तीर्थयात्रियों को उपचार के लिए जिला अस्पताल रामबन ले जाया गया। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की बचाव टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गईं। अधिकारियों के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब एक बस का ब्रेक फेल हो गया, जिससे पीछे आ रही तीन अन्य बसें भी उसकी चपेट में आ गईं। घायलों को तुरंत जिला अस्पताल रामबन पहुंचाया गया जहां उनका प्राथमिक उपचार किया गया। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य में जुट गईं।
ब्रेक फेल होने के कारण चार वाहन आपस में टकराए
रामबन के उपायुक्त इलियास खान ने अस्पताल का दौरा कर घायलों की स्थिति का जायजा लिया। डीसी खान ने कहा- ब्रेक फेल होने के कारण चार वाहन आपस में टकरा गए, करीब 20-25 यात्री घायल हुए हैं, ज्यादातर को मामूली चोटें आई हैं और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि तीर्थयात्रियों(Amarnath Yatra) के लिए वैकल्पिक परिवहन व्यवस्था की गई है। डीसी ने कहा, “हमने यात्रियों के लिए प्रतिस्थापन बसों की व्यवस्था की है। अस्पताल से छुट्टी पाने वालों को भी समायोजित किया जाएगा और वे अपनी यात्रा जारी रखेंगे।” घटना की आगे की जांच चल रही है।
कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है अमरनाथ यात्रा
अमरनात यात्रा(Amarnath Yatra) कड़ी सुरक्षा के बीच चल रही है। सुरक्षा बल हर मोड़ पर तैनात हैं। 3 जुलाई को पहला जत्था पहलगाम और बालटाल से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकला था। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने तीर्थयात्रियों को हरी झंडी दिखाई। इस मौके पर सिन्हा ने कहा कि अमरनाथ यात्रा(Amarnath Yatra) को लेकर दुनिया भर के लोगों की निगाहें हैं। कोई भी खतरा श्रद्धालुओं की आस्था को डिगा नहीं सकता है। बाबा बर्फानी के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह है। यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और इसे नो फ्लाइंग ज़ोन घोषित किया गया है। श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह लंगर की व्यवस्था की गई है।
