‘मुझे लगता है 4-5 जेट मार गिराए’: भारत-पाक जंग पर ट्रंप का चौंकाने वाला दावा
🛩️ ट्रंप का चौंकाने वाला बयान: “4-5 फाइटर जेट मार गिराए”
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने हाल ही में एक टेलीविजन इंटरव्यू में कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच मई महीने में जो झड़प हुई, उसमें भारत ने 4-5 पाकिस्तानी लड़ाकू विमान मार गिराए।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों परमाणु संपन्न देश हाल ही में एक युद्धविराम समझौते (Ceasefire Agreement) पर सहमत हुए थे।
🧾 एयर मार्शल का बयान और ट्रंप का समर्थन
कुछ दिन पहले ही भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा था कि मई के दूसरे सप्ताह में पाकिस्तान की वायु सीमा से घुसपैठ की कोशिश की गई थी, जिसे भारत ने आक्रामक तरीके से जवाब देते हुए पाक के कई विमानों को निशाना बनाया।
अब ट्रंप ने इस बयान को और हवा दे दी है। ट्रंप ने कहा,
“मुझे लगता है, भारत ने 4 या 5 फाइटर जेट गिराए थे। हमें उस समय दोनों देशों के बीच बात करवानी पड़ी।”
🤝 युद्धविराम में ट्रंप की “मध्यस्थता”?
डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले भी भारत-पाक के बीच मध्यस्थता का दावा कर चुके हैं। 2019-20 में भी उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की बात कही थी — हालांकि भारत ने इसे साफ तौर पर खारिज कर दिया था।
इस बार ट्रंप ने फिर यही दोहराया कि
“हमने व्यापार के नाम पर दोनों देशों को साथ लाने की कोशिश की और युद्ध रोकने में मदद की।”
🔥 भारत का पक्ष: आक्रामक लेकिन शांत नीति
भारत सरकार की ओर से अभी तक ट्रंप के इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन भारत पहले भी स्पष्ट कर चुका है कि वह अपने राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता।
भारतीय विदेश मंत्रालय का रुख रहा है कि भारत और पाकिस्तान के सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं, और उन्हें बातचीत के ज़रिए हल किया जाना चाहिए – वो भी तब जब पाकिस्तान आतंकवाद पर ठोस कार्रवाई करे।
🇵🇰 पाकिस्तान में मची हलचल
ट्रंप के इस बयान के बाद पाकिस्तान की मीडिया और विपक्षी दलों में हलचल है।
सरकारी स्तर पर चुप्पी है, लेकिन सेना से जुड़े सूत्रों के मुताबिक उन्हें ट्रंप के बयान से “नैरेटिव में नुकसान” होने का डर है।
क्योंकि पाकिस्तान पहले ही भारत पर “आक्रामकता” का आरोप लगाकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन की कोशिश कर रहा था, अब ट्रंप के इस बयान से यह छवि और कमजोर हो सकती है।
🌐 एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?
-
प्रो. अंजलि मिश्रा (अंतरराष्ट्रीय संबंध विशेषज्ञ): “ट्रंप एक पॉपुलिस्ट नेता हैं और इस तरह के बयान अक्सर ध्यान खींचने के लिए देते हैं। लेकिन यह जरूर है कि कहीं न कहीं घटना की पुष्टि हो रही है।”
-
रिटायर्ड जनरल अनिल सैनी: “अगर ट्रंप की बात सही है, तो भारत ने बहुत ही सटीक जवाब दिया होगा। लेकिन ऐसे मामलों में गोपनीयता भी जरूरी होती है।”
📉 चुनावी रणनीति या सच्चाई?
ट्रंप 2024 के राष्ट्रपति चुनावों की तैयारी कर रहे हैं और ऐसे में वह अपनी वैश्विक प्रभावशाली छवि को दोबारा गढ़ने में लगे हैं। भारत-पाक जैसे मुद्दे अमेरिका के भारतीय और मुस्लिम वोटबैंक को प्रभावित कर सकते हैं।
इसलिए कई विशेषज्ञ मानते हैं कि यह बयान राजनीतिक मकसद से प्रेरित हो सकता है।
📌 निष्कर्ष
भारत-पाकिस्तान के बीच हमेशा से तनाव रहा है, और हर बार अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की कोशिशें होती रही हैं। ट्रंप का हालिया बयान इस पुराने खेल का ही हिस्सा लगता है, लेकिन अगर उनके दावे में सच्चाई है, तो यह भारत की सैन्य रणनीति की मजबूती को दर्शाता है।
अब देखना होगा कि भारत या पाकिस्तान इस दावे पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं, और क्या इससे कोई नया कूटनीतिक विवाद जन्म लेता है या नहीं।
क्या आपको लगता है ट्रंप के दावों में सच्चाई हो सकती है या ये चुनावी हथकंडा है? नीचे कमेंट करके जरूर बताएं और ब्लॉग को शेयर करें!
