लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद अब सबको सरकार का इंतजार है। सरकार कैसे बनेगी किसकी बनेगी और कौन सा दल किधर होगा ये सबसे बड़ा सस्पेंस है। सवाल ये भी है कि क्या पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बना लेगी या इंडिया गठबंधन कुछ बड़ा खेला करेगा, इसे लेकर जारी सस्पेंस पर आज का दिन अहम है। एक ओर भाजपा के पास बहुमत न होने की वजह से उसे अपने सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ रहा है, वहीं इंडी गठबंधन भी बीजेपी के सहयोगियों के भरोसे है कि वो कब पलटे?
NDA के लिए नीतीश और नायडू का साथ रहना जरुरी
इस गठबंधन सरकार में बिहार के मुख्यमंत्री और आंध्र प्रदेश की राजनीति में बड़ा चेहरा और विधानसभा चुनाव में इस बार सबसे ज्यादा सीट जीतने वाले चंद्रबाबू नायडू का बड़ा योगदान रहने वाला है। नीतीश की जदयू ने बिहार में 12 सीटें तो वहीं नायडू की टीडीपी ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की है। इस बीच दिल्ली में NDA के सभी दलों की बैठक होने वाली है जिसके लिए नीतीश और नायडू अपने राज्यों से उड़ान भर चुके हैं।
‘हम एनडीए में हैं और मैं बैठक में शामिल होने जा रहा हूं…’
आंध्र से दिल्ली आने से पहले TDP प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने NDA छोड़ने जैसी अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने कहा कि आप हमेशा खबरें चाहते हैं। मैं अनुभवी हूं और मैंने इस देश में कई राजनीतिक बदलाव देखे हैं। हम NDA में हैं, मैं NDA की बैठक में जा रहा हूं। चुनाव संपन्न होने के बाद दिल्ली जाने से पहले यह मेरी पहली प्रेस वार्ता है। मैं मतदाताओं के समर्थन से बहुत खुश हूं। राजनीति में उतार-चढ़ाव आम बात है। इतिहास में कई राजनीतिक नेताओं और पार्टियों को बाहर कर दिया गया है। यह एक ऐतिहासिक चुनाव है। यहां तक कि विदेशों से भी मतदाता अपने वोट का प्रयोग करने के लिए अपने गृहनगर लौट आए हैं। नायडू ने कहा कि राज्य के कल्याण और विकास के लिए गठबंधन बनाया गया है। 55.38% वोट पड़े हैं। टीडीपी को 45% और YSRCP को 39% वोट मिले। कई टीडीपी कार्यकर्ताओं की रातों की नींद उड़ गई है और उन्हें प्रताड़ित किया गया है। यहां तक कि राज्य में मीडिया को भी बाधित किया गया और मीडिया हाउसों पर सीआईडी मामले दर्ज किए गए।
BJP के सहयोगी दल बैठक के लिए दिल्ली रवाना
