मोहन माझी ओडिशा के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्हें राज्यपाल रघुवर दास ने शपथ दिलाई। बीजेपी ने पहली बार ओडिशा में अपने बूते पर जीत हासिल करते हुए बहुमत हासिल किया है। शपथ ग्रहण समारोह में केवी सिंह देव और पार्वती परीदा ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ग्रहण की। वहीं माझी मंत्रिमंडल में 13 मंत्रियों ने भी शपथ ली। इनमें सुरेश पुजारी, रबिनारायण नाइक, नित्यानंद गोंड, कृष्ण चंद्र पात्रा, पृथ्वीराज हरिचंदन, मुकेश महालिंग, बिभूति भूषण जेना, कृष्ण चंद्र महापात्रा, गणेश राम सिंह खुंटिया, सूर्यवंशी सूरज, प्रदीप बालसामंता, गोकुला नंद मल्लिक और संपद कुमार स्वैन शामिल हैं।
पीएम मोदी-शाह समेत कई भाजपा नेता रहे मौजूद
शपथ ग्रहण समारोह शाम 5 बजे शुरू हुआ। इस कार्यक्रम को भुवनेश्वर के जनता मैदान में आयोजित किया गया। ओडिशा के मुख्यमंत्री के तौर पर मोहन चरण मांझी के शपथ समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भुवनेश्वर पहुंचे। एयरपोर्ट पर ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास और स्वयं मोहन चरण मांझी ने पीएम मोदी का स्वागत किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी शपथ समारोह में मौजूद रहें। पूर्व सीएम नवीन पटनायक भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए।
पटनायक राज खत्म कर माझी बने सीएम
विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर बहुमत हासिल किया। इसी के साथ राज्य में 24 साल बाद बीजेडी सत्ता से बाहर हुई। बीजेपी को 147 सीटों में 78 सीटें मिलीं। नवीन पटनायक साल 2000 से लगातार 2024 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। वो इस पद पर 24 साल और 98 दिन तक रहे। अब प्रदेश में पहली बार बीजेपी सरकार बनने पर माझी मुख्यमंत्री बने हैं। इससे पहले 11 जून को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद माझी ने ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राज्यपाल को 81 विधायकों के समर्थन का एक पत्र सौंपा गया था. इनमें 78 बीजेपी और तीन निर्दलीय विधायकों के नाम शामिल थे।
