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Bihar: नीट पेपर लीक मामले में EOU का बड़ा एक्शन, पटना में 9 स्टूडेंट्स को भेजा नोटिस, अभिभावक भी लपेटे में

NTA

NEET 2024 में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की बात को पूरी तरह खारिज करनेवाली NTA की नींद अब खुलती नजर आ रही है। रिजल्ट आने के बाद जिस तरह से पूरे देश में हंगामा मचा और मामले में सुप्रीम कोर्ट तक को भी हस्तक्षेप करना पड़ा तो NTA बैकफुट पर आई और इस मामले की जांच कर रही बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने 9 परीक्षार्थियों को नोटिस भेजा है। बिहार आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) वर्तमान में 5 मई को आयोजित राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) के दौरान संभावित पेपर लीक के दावों की जांच कर रही है। ईओयू ने नोटिस भेजकर परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों को पूछताछ के लिए ऑफिस बुलाया है। सभी नीट परीक्षार्थी बिहार के अलग अलग जिलों के रहने वाले हैं।

बिहार में अभ्यार्थियों को रटवाए गए थे पेपर

दरअसल बिहार की राजधानी पटना में एक घटना से सबका ध्यान नीट पेपर लीक की तरफ खींचा। यहां सॉल्वर गिरोह ने एक प्राइवेट स्कूल में कुछ स्टूडेंट्स को प्रश्नपत्र को रटवाया था. इसी स्कूल से जले हुए प्रश्नपत्रों को यानी एग्जाम पेपर के टुकड़े भी मिले थे। इसके बाद पटना से नीट एग्जाम में पेपर लीक की बातें सामने आने लगीं। इस मामले में EOU की ओर से एक्शन लिया गया और अब तक सिर्फ बिहार से ही 14 लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। इतना ही नहीं बिहार के पटना में पकड़े गए चार छात्रों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। इन छात्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि एग्जाम से चार घंटे पहले ही इन्हें प्रश्न पत्र मिल गया था। इसका प्रिंट आउट भी लेने के बाद इसे एक निजी स्कूल में ले जाकर स्टूडेंट्स को रटाया गया था।

सॉल्वर गैंग के पास मिले 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड

EOU के एक अधिकारी की मानें तो NTA की ओर से उन्हें जरूरी एग्जाम पेपर नहीं भेजे गए हैं, यही वजह है कि स्कूल से मिले जले हुए प्रश्न पत्र का मिलान अब तक नहीं किया जा सका है। इससे पहले नीट पेपर लीक मामले में जांच के दौरान पुलिस की अब तक छानबीन में सॉल्वर गैंग के पास 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड मिले थे जिसमें से चार को पुलिस ने पेपर लीक के समय ही गिरफ्तार कर लिया था, बाकी 9 परीक्षार्थियों के बारे में जानकारी के लिए EOU ने परीक्षा का संचालन करने वाली एजेंसी NTA को पत्र लिखा था। साथ ही रेफरेंस नीट क्वेश्चन पेपर की मांग भी की थी।

सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद बैकफुट पर आई NTA

NEET परीक्षा के कथित पेपर लीक मामले पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका पर नीट परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को नोटिस जारी किया है और जवाब भी मांगा है। जिसके बाद एनटीए ने कोर्ट में अपनी गलती मानी है। साथ ही एनटीए का कहना है कि 1 हजार 563 कैंडिडेट्स ऐसे थे,जिन्हें यह ग्रेस नंवर दिया गया है। नीट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है। अपनी सफाई में एनटीए ने कहा कि 2018 के एक सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत यह ग्रेस नंबर दिए गए। अब 1 हजार 563 छात्रों को दोबारा एग्जाम देना होगा। यह परीक्षा 23 जून को होने जा रहा है। अगर ये छात्र दोबारा परीक्षा नहीं देते हैं तो फिर इनके ग्रेस नंबर के बिना मिले नंबर पर आगे का फैसला होगा। दोबारा परीक्षा का रिज्ट 30 जून को जारी कर दिया जाएगा। फिर एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स में एडमिशन के लिए 6 जुलाई से काउंसलिंग की जाएगी।

Mayank Dwivedi
Author: Mayank Dwivedi

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