24 जून से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने वाला है। 26 जून को लोकसभा अपने नए अध्यक्ष का चुनाव करेगी। नए लोकसभा स्पीकर को लेकर कई अटकलें लगाए जा रहे हैं। साथ ही नये स्पीकर को लेकर घटक दलों में भी चर्चा तेज है। सबसे ज्यादा दबाव टीडीपी की तरफ से बताया जा रहा है कि वह अपना स्पीकर बनाना चाहती है, लेकिन सत्ता पक्ष इसके लिए तैयार नहीं। माना जा रहा है कि स्पीकर के चुनाव में विपक्ष भी अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकता है। सूत्रों की मानें तो अगर विपक्षी दलों को डिप्टी स्पीकर का पद नहीं दिया गया तो वे स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं। इस संबंध में अंतिम निर्णय संसद सत्र शुरू होने से पहले लिया जाएगा।
अबतक JDU और TDP भाजपा के साथ
नई सरकार बनने के बाद से ही यह अटकलें लगाई जाने लगी थी कि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और तेलगु देशम पार्टी लोकसभा में स्पीकर का पद मांग सकती है। इस पर शुक्रवार (14 जून) को जेडीयू ने साफ कर दिया था कि तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) और जेडीयू एनडीए के साथ मजबूती से खड़ा है। इससे यह तो स्पष्ट है कि जदयू अपना कोई उम्मीदवार नहीं लाने जा रही है, लेकिन यह भी देखना होगा कि क्या जदयू भाजपा के उम्मीदवार पर अपनी सहमति जरूरी समझती है या इसे भाजपा पर ही छोड़ देती है।
इस बार विपक्ष पहले से ज्यादा ताकतवर
पिछले दो लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने दम पर बहुमत हासिल किया था, जिस वजह से लोकसभा में स्पीकर पद पर बीजेपी का दबदबा था। 18वीं लोकसभा में अध्यक्ष की भूमिका महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि विपक्षी इंडिया गठबंधन 234 सदस्यों के साथ सशक्त होकर सदन में नजर आएगा। विपक्ष के पास लंबे समय के बाद 230 से अधिक सदस्यों की सबसे बड़ी ताकत है, और लोकसभा में 99 सांसदों वाली कांग्रेस पहले से शेयर बाजार घोटाले का आरोप लगाकर और एनईईटी परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर सरकार पर हमलावर है। इससे आगामी ससंद सत्र के हंगामेदार होने की पूरी संभावना है।
24 जून से 3 जुलाई तक चलेगा लोकसभा का सत्र
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को कहा कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू होगा और 3 जुलाई को समाप्त होगा। 9 दिवसीय विशेष सत्र के दौरान, लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा और नए संसद सदस्य (सांसद) शपथ लेंगे। इस लोकसभा सत्र में मोदी सरकार अगले पांच वर्षों के लिए नई सरकार के रोडमैप की रूपरेखा तैयार कर सकती हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में अपने मंत्रिपरिषद का परिचय कराने की उम्मीद है। सत्र के पहले तीन दिनों के दौरान नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेंगे और लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव करेंगे।
