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राष्ट्रपति के अभिभाषण में अपातकाल का जिक्र,विपक्ष ने किया हंगामा, जानिए क्या-क्या रहा खास

18 वें लोकसभा का सत्र जारी है। स्पीकर के चुनाव के बाद गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद में अपना अभिभाषण दिया। उन्होंने अपने संबोधन में पेपर लीक, आपातकाल जैसे मुद्दों का जिक्र किया। वहीं, उन्होंने सरकार के विजन के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की अगुवाई में मौजूदा सरकार ने हर क्षेत्र में शानदार काम किया है। 50 मिनट के भाषण में राष्ट्रपति ने हर मुद्दे पर बात की। उन्होंने कहा- पेपर लीक करने वालों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने सेना को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारियां भी बताईं। नॉर्थ-ईस्ट में शांति के लिए सरकार के प्रयासों का भी जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा- अगले बजट सत्र में बड़े फैसले लिए जाएंगे। उन्होंने आपातकाल को संविधान पर सीधा हमला बताया, यह भी कहा- देश ने इस हमले से उबरकर दिखाया। उन्होंने महिलाओं, युवाओं, किसानों, गरीबों के बारे में बात की। राष्ट्रपति ने चुनाव आयोग की तारीफ की, वहीं GST भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए मील का पत्थर बताया। आइए जानते हैं राष्ट्रपति के अभिभाषण की मुख्य बातें…

‘आपातकाल संविधान पर बड़े और सीधे हमले का काला अध्याय’

राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण के दौरान आपातकाल का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि आज 27 जून है। 25 जून 1975 को लागू हुआ आपातकाल संविधान पर बड़े और सीधे हमले का काला अध्याय था। उस दौरान पूरे देश में हाहाकार मच गया था। लेकिन ऐसी असंवैधानिक ताकतों पर देश ने जीत हासिल करके दिखाई। क्यों कि भारत के मूल्य में गणतंत्र की परंपराएं रही हैं। राष्ट्रपति के ऐसा बोलते ही पीएम मोदी ने मेज थपथपाकर उनकी इस बात का समर्थन किया। राष्ट्रपति ने जब आपातकाल पर बोला तो संसद में हंगामा मच गया। हर तरफ विपक्ष के हंगामे की आवाज गूंजने लगी।

पेपर लीक पर सरकार कर रही सख्त उपाय

राष्ट्रपति ने अपने भाषण के दौरान पेपर लीक को लेकर सरकार द्वारा लाए गए कानून का भी जिक्र किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि भविष्य में कोई पेपर लीक ना हो इसके लिए सरकार सख्त उपाय कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि इसे लेकर पिछले दिनों कानून भी आ चुका है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में आगे कहा कि सरकार का प्रयास है कि देश के युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का उचित अवसर मिले। राष्ट्रपति के इतना कहने पर विपक्ष एक बार फिर सदन के अंदर शोर मचाना शुरू कर दिया।

‘सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन का संकल्प लेकर आगे बढ़ रहा भारत’

बजट का जिक्र करते हुए स्पीच के दौरान राष्ट्रपति बोलीं, “आने वाले सत्र में सरकार इस कार्यकाल में पहला बजट लेकर आएगी। यह बजट सरकार की दूरगामी नीतियों और भविष्यवादी दृष्टिकोण का प्रभावशाली दस्तावेज होगा। बजट में बड़े आर्थिक और सामाजिक फैसलों के साथ कई ऐतिहासिक कदम भी देखने को मिलेंगे।” उन्होंने यह भी दावा किया कि सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के संकल्प ने भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनाया है।

विकास के साथ राष्ट्रपति ने CAA की भी चर्चा की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि मेरी सरकार ने CAA कानून के तहत शरणार्थियों को नागरिकता देना शुरू कर दिया है। इससे बंटवारे से पीड़ित अनेक परिवारों के लिए सम्मान का जीवन जीना तय हुआ है, जिन परिवारों को CAA के तहत नागरिकता मिली है मैं उनके बेहतर भविष्य की कामना करती हूं। साल 2021 से लेकर साल 2024 तक भारत ने औसतन आठ प्रतिशत की रफ्तार के हिसाब से विकास किया है। यह ग्रोथ सामान्य स्थितियों में नहीं हुई है। इस दौरान दुनिया ने बड़ी आपदा देखी है। भारत दुनिया के ग्रोथ में अकेले 15 प्रतिशत का योगदान दे रही है। सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों मैक्युफैक्चरिंग, सर्विसेज और एग्रीकल्चर को बराबर महत्व दे रही है।

‘MSP पर वृद्धि, किसानों का हो रहा उत्थान’

किसानों को लेकर राष्ट्रपति ने कहा, ‘पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 3 लाख 20 हजार करोड़ रुपए दिए। नए साल के कार्यकाल के शुरुआत में ही किसानों को 20 हजार करोड़ से अधिक की राशि ट्रांसफर की जा चुकी है। खरीफ फसलों के एमएसपी पर रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है। ऑर्गेनिक उत्पादों की डिमांड को देखते हुए सप्लाई चेन को सशक्त किया जा रहा है। राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार अर्थव्यवस्था के तीनों स्तंभों – मैन्युफेक्चरिंग, सर्विस और एग्रिकल्चर को बराबर महत्व दे रही है। पीएलआई स्कीम और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस से बड़े पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। सरकार ने खरीफ फसलों के लिए एमएसपी पर रिकॉर्ड वृद्धि की है।

जलवायु परिवर्तन से लेकर हवाई यात्रा पर बोलीं राष्ट्रपति

राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में जलवायु परिवर्तन का भी जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा, ‘आने वाला समय ग्रीन एरा यानि हरित युग का है। सरकार इसके लिए भी हर जरूरी कदम उठा रही है। हम हरित उद्योगों पर निवेश बढ़ा रहे हैं, जिससे ग्रीन जॉब भी बढ़े हैं। सरकार ग्रीन एनर्जी और ग्रीन मोबिलिटी पर बड़े लक्ष्यों के साथ काम कर रही है। प्रदूषण और साफ सुधरे शहरों पर पिछले 10 साल से काम किया जा रहा है। राष्ट्रपति ने हवाई यात्रा पर बोलते हुए कहा कि अप्रैल 2014 में भारत में 209 एयरलाइन रूट्स थे। अप्रैल 2024 में ये बढ़कर 605 हो हए हैं। टियर टू और टियर थ्री शहरों को फायदा हो रहा है। वहीं नेशनल हाइवे को लेकर राष्ट्रपति ने कहा नेशनल हाइवे दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहे हैं। उत्तर पूर्वी दक्षिणी भारत के बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए फिजिबिलिटी पर काम किया जा रहा है।

आपातकाल का जिक्र होते ही विपक्षी सांसदों ने किया हंगामा

सदन के अंदर अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने जैसे ही देश में लगाए गए आपातकाल के उस दौरा का जिक्र किया तो विपक्षी सांसदों ने सदन के अंदर शोर मचाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जब नॉर्थ ईस्ट में शांति और विकास पर मुद्दे पर बोल रही थीं तब विपक्षी सांसदों ने आवाज उठाई, उन्होंने नारेबाजी की। हंगामा किया। वहीं, राष्ट्रपति ने जब पेपर लीक पर बोला तब भी विपक्षी सांसदों ने हंगामा किया।

 

Mayank Dwivedi
Author: Mayank Dwivedi

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