मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट पिछले 25 दिनों से विवादों में है। पेपर लीक को लेकर देशभर के छात्रों में गुस्सा है और प्रदर्शन जारी है। इसी बीच गुरुवार को छात्रों के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने NTA के दफ्तर के आगे जोरदार प्रदर्शन किया। गुरुवार शाम को छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान NTA के दफ्तर में ताला जड़ दिया। कांग्रेस स्टूडेंट विंग एनएसयूआई के कार्यकर्ता 100 लोगों को लेकर दिल्ली के एनटीए के दफ्तर में घुस गए। इसके बाद उन्होंने दफ्तर को ताला लगा दिया। इस दौरान उनकी वहां के सुरक्षाकर्मियों से झड़प भी हुई है। इससे पहले संसद का घेराव करने पहुंची इंडियन यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया है। प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ताओं को पुलिस बैरिकेडिंग लगा कर रोकने की कोशिश कर रही है।
ऐसी कोई परीक्षा नहीं है, जिसमें आज धांधली न हो रही हो-NSUI
नीट-यूजी परीक्षा में कथित धांधली को लेकर भारतीय युवा कांग्रेस ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की है। युवा कांग्रेस का कहना है कि कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीजार्च किया. इसमें कई लोगों को चोटें आई हैं। संगठन के अध्यक्ष श्रीनिवास का कहना है कि परीक्षा में धांधली और घोटाला सिर्फ 24 लाख छात्रों के साथ ही धोखा नहीं है। यह देश की मेडिकल व्यवस्था और देश के भविष्य के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि देश में ऐसी कोई परीक्षा नहीं है, जिसमें आज धांधली न हो रही हो। इससे परेशान होकर सोशल मीडिया पर छात्रों ने इस सरकार को एक बार फिर लीकेज सरकार लिखना शुरू कर दिया है। नीट परीक्षा फिर से कराई जाए. नीट पेपर को लेकर एनएसयूआई ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी किया था।
पेपर लीक मामले में CBI की जांच जारी
नीट पेपर लीक मामले में CBI ने भी जांच तेज कर दिए हैं। केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने गुरुवार को दो आरोपी मनीष प्रकाश और आशुतोष को पटना से गिरफ्तार किया है। आरोपी आशुतोष ने छात्रों के लिए सेफ हाउस ढूंढने का काम किया था। जबकि मनीष प्रकाश ने पटना के प्ले एंड लर्न स्कूल को रात भर के लिए बुक कराया था। पेपर लीक मामले में CBI बिहार, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और यूपी में जांच कर रही है। आरोपियों की बात भी कराई जा रही है, ताकि असली मास्टरमाइंड का पता चल सके। CBI को शक है कि राज्यों में कांट्रैक्टर के जरिए पेपर छात्रों तक पहुंचा था। लिहाजा मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी जल्द होना जरूरी है।
बता दें कि पेपर लीक मामले को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। बुधवार को जेएनयू छात्र संघ ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की थी। जंतर मंतर पर हुए प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों को हिरासत में भी लिया गया था।
