राजधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर आज सुबह 5:30 बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ। लोहे के पिलर से बना शेड वहां खड़ी कई कारों के ऊपर आ गिरा लोहे के पिलर में दबने से एक की मौत हो गई। जबकि कई लोग घायल हो गए। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजारापू ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। दिल्ली फायर सर्विस, पुलिस, CISF और NDRF की टीमें मौके पर राहत-बचाव में जुटी हैं।
टर्मिनल 1 गेट पर गिरी छत, कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त
दरअसल भारी बारिश के बीच टर्मिनल 1 पर सुबह के वक्त यहां गाड़ियों का लाइन लगी थी कि तभी अचानक से पार्किंग की छत गिर गई और कई गाड़ियां इसकी चपेट में आ गईं। वहां मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई और तुरंत आपातकालीन सेवाओं को मदद के लिए कॉल किया। अधिकारियों ने बताया कि छत के अलावा ‘बीम’ भी गिर गए, जिससे टर्मिनल के ‘पिक-अप और ड्रॉप’ क्षेत्र में खड़ी कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। दिल्ली पुलिस और दमकल की करीब चार गाड़ियां मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं। सभी घायलों को निकाल के नजदीक के अस्पताल पहुंचाया गया। कैट्स एंबुलेंस को भी मौके पर बुलाया गया शेड व लोहे के पीलर गिरने से एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी माहौल है।
नागरिक उड्डयन मंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजारापू एयरपोर्ट टर्मिनल पर हुए हादसे के बाद मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है. मंत्री ने कहा कि टर्मिनल की छत के नीचे फंसकर जान गंवाने वाले लोगों को 20 लाख रुपये और घायलों के लिए 3 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे। सिविल एविएशन मिनिस्टर के. राम मोहन नायडू ने घटना को लेकर सोशल मीडिया X पर लिखा- मैं निजी तौर पर हालात पर नजर रख रहा हूं। सभी एयरलाइंस को टर्मिनल-1 पर प्रभावित यात्रियों की सहायता करने की सलाह दी गई है। घटनास्थल पर रेस्क्यू टीमें काम कर रही हैं। टर्मिनल-1 पर फ्लाइट ऑपरेशन अगले आदेश तक सस्पेंड हैं।
Inspecting the T1 Terminal and reviewing with the officials.
All required rescue operations are being conducted at the terminal pic.twitter.com/6ck4ce39RY— Ram Mohan Naidu Kinjarapu (@RamMNK) June 28, 2024
बारिश से दिल्लीवासियों को मिली राहत
बारिश से राष्ट्रीय राजधानी में लंबे समय से चल रही गर्मी से काफी राहत मिली, लेकिन बारिश के कारण शहर के विभिन्न हिस्सों में पानी भर गया है। जिससे यातायात की आवाजाही से सामान्य जीवन प्रभावित है. शहर के कई हिस्सों में लोग जलजमाव वाली सड़कों से गुजरे। आईएमडी के अनुसार यह जून में अब तक दर्ज की गई 24 घंटे की दूसरी सबसे अधिक बारिश है।
