देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण के समापन के साथ ही संसद का विशेष सत्र समाप्त हो गया। इसके बाद दोनों सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिए गए हैं। 24 जून को शुरू हुए संसद के इस सत्र के शुरुआती दो दिन लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई गई। तीसरे दिन लोकसभा स्पीकर का चुनाव हुआ।पहले सत्र में लोकसभा की 7 बैठकें हुई जो 30 घंटे 40 मिनट तक चलीं। स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि लोकसभा की उत्पादकता 103 प्रतिशत रही। 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में 539 सदस्यों ने शपथ ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर 18 घंटे चर्चा हुई। 68 सांसदों ने चर्चा में भाग लिया।
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प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर साधा निशाना
लोकसभा के समापन सत्र से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया। अपने भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। 1 घंटा 50 मिनट की स्पीच में प्रधानमंत्री NEET, मणिपुर संविधान, कांग्रेस, पश्चिम बंगाल, रोजगार, भ्रष्टाचार, CBI-ED, फेडरलिज्म, इमरजेंसी, जम्मू-कश्मीर, इंदिरा, राहुल, दलितों पर बोले। वहीं, उन्हें गांधी परिवार को भी आड़े हाथों लिया। पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ऐसे व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्हें चुनाव में खराब प्रदर्शन का खामियाजा भुगतना चाहिए था। पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि जब भी पार्टी खराब प्रदर्शन करती है तो गांधी परिवार दोष लेने के लिए अन्य नेताओं, आमतौर पर दलित या ओबीसी को आगे बढ़ाता है ताकि “परिवार” सुरक्षित रहे।
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष ने किया वॉकआउट
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष ने हंगामा करने के बाद वॉक आउट कर दिया। विपक्ष के वॉक आउट पर पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष के पास लड़ाई का हौसला नहीं है. देश के जनादेश को विपक्ष पचा नहीं पा रहा है। इससे पहले कल मंगलवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी सांसदों के भारी हंगामे में अपना भाषण दिया। अपने भाषण के दौरान उन्होंने मशहूर फिल्म शोले के एक मशहूर दृश्य और संवाद के जरिए कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि तीसरी बार लोकसभा चुनाव में हारने के बावजूद यह पार्टी यही राग अलाप रही है, ‘मौसी जी, यह नैतिक जीत है.’ उन्होंने कहा, ‘अरे मौसी, 13 राज्यों में कोई सीट नहीं आई, फिर भी हीरो तो हैं ना।’
