फ्लोर टेस्ट में पास होने के साथ ही हेमंत सोरेन ने एक बार फिर से राज्य की कमान अपने हाथों में ले ली है. झारखंड में कुछ समय बाद चुनाव होने वाला है तो ऐसे में हेमंत सोरेन की वापसी पार्टी के लिए बहुत जरुरी मानी जा रही थी.लंबे समय से जेल में बंद हेमंत सोरेन बाहर आने के बाद अपने सहयोगी दल कांग्रेस और RJD के साथ मिलकर 3 जुलाई को सरकार बनाने का दावा पेश किया था.जिसके बाद झारखंड विधानसभा में सरकार को लेकर फ्लोर टेस्ट हुआ.वोटिंग में झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रमुख हेमंत सोरेन विधायक दल के नेता चुने गए….हेमंत सोरेन की पार्टी JMM को 45 वोट मिले तो वहीं विपक्ष के खाते में एक भी वोट नहीं था.बीजेपी के विधायकों ने वोटिंग के दौरान ही वॉकआउट कर लिया.इतना ही नहीं बीजेपी ने जमकर हंगामा भी किया.इसके साथ ही हेमंत सोरेन एक बार फिर से सूबे के मुख्यमंत्री के रुप में काम करेंगे.फ्लोर टेस्ट के साथ ही झारखंड विधानसभा का विशेष सत्र अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है.उम्मीद है शाम तक कैबिनेट विस्तार भी किया जाएगा.
फ्लोर टेस्ट के बाद अपने भाषण में सोरेन ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय एजेंसी के दुरुपयोग का आरोप लगाया.सोरेन ने कहा बीजेपी के पास न ही अपनी सोच है और न ही अपना एजेंडा है.BJP के पास सिर्फ केंद्रीय एजेंसी है.आज इनके विधायकों में भी एकता नहीं है.लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हु्ए सोरेन ने कहा चुनाव ने बीजेपी का असली चेहरा दिखा दिया है.और आने वाले विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी को हार मिलेगी.
बता दे हेमंत सोरेन को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था. मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और चंपई सोरेन को सीएम बना दिया गया.लेकिन जब एक बार फिर से हेमंत सोरेन की घर वापसी हो गई तो उनको तेवर भी बदले-बदले नजर आ रहे है
