भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन रूस यात्रा पर हैं। सोमवार को रूस पहुंचे पीएम का रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम की इस यात्रा पर दुनियाभर के देशों की निगाहें टिकी हैं। इस बीच भारत के लिए एक राहत की खबर सामने आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सामने रूसी सेना में भर्ती हुए भारतीयों का मुद्दा उठाने के बाद रूस ने भारतीय नागरिकों को छुट्टी देने और उनकी वापसी की सुविधा देने का फैसला किया है।
PM मोदी ने पुतिन के सामने उठाया मुद्दा
दरअसल जब से रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ा है, भारत रूसी सेना में कार्यरत अपने नागरिकों की सुरक्षा और स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने के लिए रूस पर दबाव डाल रहा है और युद्ध क्षेत्र में भारतीयों के बारे में जानकारी मिलने पर तत्काल कार्रवाई की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 200 भारतीय नागरिकों को रूसी सेना में सुरक्षा सहायक के तौर पर भर्ती किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मॉस्को पहुंचने के बाद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के समक्ष यह मुद्दा उठाया था। इसके बाद भारतीय सैनिकों की वापसी पर सहमति बनी है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, रूसी सेना में फिलहाल 30 से 40 भारतीय सेवा दे रहे हैं। इससे पहले कई रिपोर्ट्स में कहा गया था कि ये भारतीय वतन लौटना चाहते हैं लेकिन रूसी सेना छोड़कर स्वदेश वापसी इनके लिए मुमकिन नहीं है।
पुतिन ने पीएम मोदी को बताया अपना खास दोस्त
तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी पहली बार रूस के दौरे पर हैं। वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद भी से मोदी पहली बार रूस गए हैं। दो दिवसीय दौरे पर मॉस्को पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपना ‘परम मित्र’ बताया था। पुतिन ने पीएम का स्वागत करते हुए कहा था किप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, परम मित्र आपका हार्दिक स्वागत है। आपको देखकर मुझे बड़ी खुशी हुई. (हमारे बीच) औपचारिक बातचीत कल होने वाली है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण भेजा था, जहां दोनों नेता मंगलवार को भारत-रूस के बीच 22वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में बैठक करेंगे।
