मॉनसूनी बारिश ने पहाड़ों से लेकर मैदानों तक तबाही मचाई है। बीते दिनों बारिश ने दिल्ली, यूपी में हाल बेहाल किया तो अब हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के कई जिलों में इन दिनों भारी बारिश का प्रकोप देखने को मिल रहा है। लगातार हो रही बारिश से कई पुल ढह रहे हैं, पहाड़ दरक रहे हैं। कई हाईवे तक क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिस कारण न जाने कितने की शहरों के रूट आपस में कट भी गए हैं। यही नहीं, बारिश का कहर रोजाना बढ़ता ही जा रहा है। उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में भी बादल फटने की घटना हुई है और केरल के वायनाड में लैंडस्लाइड में मरने वालों का आंकड़ा 256 पहुंच गया है। यानी मैदान से पहाड़ों तक बारिश का कहर जारी है।
शिमला और मंडी में फटा बादल,हाइड्रो प्रोजेक्ट भी बहा
हिमाचल प्रदेश में बीती रात भारी बारिश के बाद 3 जगह बादल फटने की खबर आई है। कुल्लू, मंडी और रामपुर में बारिश से भारी तबाही हुई है। रामपुर के समेज खड्ड में बादल फटने के बाद समेज गांव के कई घर बह गए। 35 लोग लापता हैं। पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से मलाणा में पावर प्रोजेक्ट 1 का डैम टूट गया। कुल्लू के रामपुर क्षेत्र के समेज स्थित एक पॉवर प्लांट प्रोजेक्ट के 19 लोग बादल फटने के बाद से लापता हैं। 20 से ज्यादा मकान जमींदोज हो गए हैं और कई गाड़ियां बह गईं हैं, इलाके का स्कूल भी बाढ़ में बह गया। वहीं मंडी जिले में बादल फटने के बाद एक शव बरामद हो चुका है जबकि नौ लोग लापता हैं. मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया है। मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं।
हिमाचल में अगले 36 घंटे भारी बारिश का अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में अगले 36 घंटे के दौरान 10 जिलों में भारी से भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग केंद्र शिमला ने ताजा बुलेटिन जारी कर बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना में आज रात और कल दिनभर भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है। इस दौरान इन जिलों में भारी बारिश के हो सकती है. इससे कई क्षेत्रों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ की घटनाएं हो सकती हैं। इसे देखते हुए प्रदेश के लोगों के साथ-साथ पहाड़ों पर आने वाले पर्यटकों को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
मंदाकनी उफनाई केदारनाथ यात्रा रोकी गई
उत्तराखंड में केदारनाथ और टिहरी गढ़वाल के घनसाली में भी बुधवार रात बादल फटे। इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई। एक शख्स घायल है। केदारनाथ यात्रा रूट पर 30 मीटर की सड़क टूटकर मंदाकिनी में समा गई। बादल फटने के बाद मंदाकिनी के उफनने से गौरीकुंड से सोनप्रयाग तक की सड़कों पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। मंदाकिनी का जलस्तर बढ़ता देख सोनप्रयाग और गौरीकुंड के होटल खाली करा लिए गए। यहां 200 से ज्यादा लोग फंसे हैं। रुद्रप्रयाग के DM सौरभ गहरवार के मुताबिक यात्रा रोक दी गई है। लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है। फिलहाल यात्रा रोकी गई है।
घटना के बाद उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जखनियाली निवासी प्रधान प्रतिनिधि दीपक श्रीयाल से फोन के माध्यम से बात कर स्थिति का जायजा लिया। सीएम में कहां कि वह सभी अधिकारियों से बात कर आवश्यक निर्देश दे रहे हैं. जखनियाली आपदा में अब तक एक ही परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई वहीं एक साधु अभी भी लापता बताया जा रहा है।
वायनाड में 249 की मौत , 240 से ज्यादा लापता
केरल के वायनाड में तेज बारिश की वजह से सोमवार (29 जुलाई) देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई। रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुए लैंडस्लाइड में 4 गांव बह गए। अब तक 249 लोगों की मौत हो चुकी है। 131 अस्पताल में हैं, जबकि 240 लोगों के लापता होने की खबर है। रेस्क्यू के लिए आर्मी, एयरफोर्स, SDRF और NDRF की टीम मौके पर मौजूद है।
