संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है। रोज हंगामा हो रहा है, आज भी सदन में पक्ष विपक्ष में भिड़ंत हुई।इस बार रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के भाषण के दौरान काफी ज्यादा हंगामा मच गया। रेल मंत्री रेलवे में किए जा रहे सुधार और लोको पायलट को लेकर बनाई गई व्यवस्था के बारे में सदन को बता रहे थे, तभी किसी विपक्षी सांसद ने उन्हें रील मंत्री कहकर ताना मारा। ये सुनकर आमतौर पर शांत रहने वाले अश्वनी वैष्णव भड़क गए और उन्होंने फटकार लगाते हुए चुप बैठने की हिदायत दे डाली। विपक्षी सांसदों को जवाब देते हुए रेल मंत्री ने कहा, “ऐसा है…हम लोग केवल रील बनाने वाले नहीं हैं. हम मेहनत करने वाले लोग हैं, काम करने वाले लोग हैं। आपकी तरह केवल रील बनाकर दिखाने वाले लोग नहीं हैं..समझें।”
Sansad में भड़के रेल मंत्री Ashwini Vaishnav कहा “हम रील नहीं बनाते हैं, कड़ी मेहनत करते हैं ” |#ashwinivaishnav #railminister #indiagathbandhan #bjp #congress #reels #viralvideo #railaccident #congress #rahulgandhi #viralreels pic.twitter.com/mid13DRQx6
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रेल मंत्री ने पूछा- आपने 58 साल में क्या किया
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि आप बताएं आपने 58 साल में क्या किया। 58 सालों में वे 1 किमी दूर भी स्वचालित ट्रेन सुरक्षा (एटीपी) क्यों नहीं लगा पाए। आज वे सवाल उठाने की हिम्मत करते हैं। जब ममता बनर्जी रेल मंत्री थीं, तो वे दुर्घटनाओं की संख्या बताती थीं कि 0.24 से घटकर 0.19 हो गई, ये लोग सदन में ताली बजाते थे और आज जब यह 0.19 से घटकर 0.3 हो गई है, तो वे इस तरह का आरोप लगाते हैं। क्या यह देश ऐसे ही चलेगा?क्या ये लोग रोजाना यात्रा करने वाले 2 करोड़ पैसेंजरों के मन में डर भरना चाहते है?
कांग्रेस झूठ की दुकान जमाने की कोशिश में- रेल मंत्री
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि कांग्रेस झूठ की दुकान जमाने की कोशिश में है। सोशल मीडिया पर हर छोटी बात को बड़ा बनाकर पेश करने की साजिश रची जा रही है. कभी कांग्रेस फौज को तो कभी रेलवे को नीचा दिखाने की कोशिश करती है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने अयोध्या के पुराने रेलवे स्टेशन की एक दीवार में हुए नुकसान को इस तरह से सोशल मीडिया पर पेश किया जैसे अयोध्या के नए स्टेशन पर दीवार गिरी है. इस तरह के झूठ से देश किस तरह से चलेगा। इसके बाद उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों को अपने गिरेबान में झांकर देखना चाहिए कि उन्होंने अपने राज में रेलवे की भलाई के लिए क्या-क्या काम किया है।
12 लाख रेलवे कर्मचारियों का रेल मंत्री ने बढ़ाया उत्साह
रेल मंत्री ने 12 लाख रेलवे कर्मचारियों के उत्साह को बढ़ाने के लिए सांसदों से मेजें थपथपाने को कहा। उन्होंने कहा कि 12 लाख रेल कर्मी दिन रात मेहनत करते हैं, ‘‘हमें उनकी ताली बजाकर हिम्मत बढ़ानी चाहिए।’’ इसके बाद वैष्णव ने कुछ सैकंड तक जोरदार तरीके से मेज थपथपाई और उनके साथ सत्तापक्ष के सदस्यों ने भी मेजें थपथपाईं. उन्होंने कहा, ‘‘रेलवे में वो ताकत है कि हमारे इंजीनियर और कर्मी किसी भी समस्या और बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना करने को तैयार हैं।’’
मैं धन्यवाद देना चाहूंगा उन 12 लाख रेल कर्मियों का,12 लाख के इस रेल परिवार का, जो दिन-रात लगकर, सर्दी-गर्मी, धूप-बारिश में भी लगकर प्रतिदिन करीब 20 हजार से अधिक ट्रेन चलाते हैं और देश की सेवा करते हैंः माननीय रेल मंत्री श्री @AshwiniVaishnaw जी pic.twitter.com/1tZkfeedmy
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) August 1, 2024
50 अमृत ट्रेन, वंदे मैट्रो के साथ इन परियोजनाओं पर काम कर रहा एकल
वहीं रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदान की मांगों पर लोकसभा में पिछले दो दिन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए वैष्णव ने यह भी बताया कि रेलगाड़ियों में जनरल कोच की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए करीब ढाई हजार जनरल कोच के उत्पादन का विचार सरकार ने किया है, 50 और अमृत ट्रेन के निर्माण का फैसला लिया गया है और कम दूरी वाले दो शहरों के बीच वंदे मेट्रो (Vande Metro) चलाई जाएंगी। रेल मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार इस बात को गंभीरता से मानती है कि रेलवे साधारण गरीब जनता और मध्यम वर्ग की सवारी है और इसी को ध्यान में रखते हुए पिछले 10 वर्ष में कई कदम उठाए गए हैं. वैष्णव ने कहा कि देश में सामान्य डिब्बों की मांग बढ़ रही है और उसे ध्यान में रखते हुए करीब ढाई हजार जनरल कोच के उत्पादन की योजना है।
