बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद की स्थिति पर भारत सरकार पूरी नजर रख रही है। इसको लेकर सोमवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय एस जयशंकर ने स्थिति के बारे में विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों को जानकारी दी है। सरकार ने बताया कि अभी बांग्लादेश में 12000 से 13000 भारतीय हैं. हालांकि, देश में स्थिति इतनी भयावह नहीं है कि अपने नागरिकों को वहां से निकालना पड़े. सरकार ने बताया कि अभी बांग्लादेश में 12000 से 13000 भारतीय हैं। हालांकि, देश में स्थिति इतनी भयावह नहीं है कि अपने नागरिकों को वहां से निकालना पड़े।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी बैठक की जानकारी
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया पर भी इसकी जानकारी साझा की है। विदेश मंत्री ने बताया कि आज संसद में आयोजित इस बैठक में बांग्लादेश में घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही उन्होंने लिखा कि इस बैठक में सभी ने इस मसले पर सर्वसम्मत समर्थन दिया जिसकी वो सराहना करते हैं।
Briefed an All-Party meeting in Parliament today about the ongoing developments in Bangladesh.
Appreciate the unanimous support and understanding that was extended. pic.twitter.com/tiitk5M5zn
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 6, 2024
बैठक में भारत सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सभी नेताओं को बताया कि स्थिति को देखते हुए हमारी उसपर नजर है, हमने शेख हसीना पर कोई फैसला नहीं लिया है। विदेश मंत्री ने आगे कहा कि बांग्लादेश में 12-13 हजार भारतीय मौजूद हैं।
BSF सीमा पर बढ़ाई चौकसी, घुसपैठ रोकने के प्रयास
वहीं बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उथल-पुथल और हिंसा के चलते सीमा पर घुसपैठ की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में भारत ने दोनों देशों की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। इस स्थिति से निपटने के लिए बीएसएफ ने बांग्लादेश से लगती हजारों किलोमीटर लंबी सीमा को भी सील कर दिया है। भारत-बांग्लादेश पेट्रोपोल सीमा को बंद कर दिया गया है। वहीं सुंदरबन इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। बीएसएफ के डीजी दलजीत सिंह चौधरी ने सोमवार को ही सीमा क्षेत्रों का निरीक्षण किया और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। मंगलवार को बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुंदरबन क्षेत्र में समुद्र और नदी भारत बांग्लादेश के बीच प्राकृतिक सीमा रेखा है। यहां विशेष तौर पर सतर्कता बरती जा रही है और किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए विशेष निगरानी वोट तैनात किए गए हैं।
