जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का सफाया करने के लिए सेना के जवानों का पहाड़ों-घाटियों और कईं अलग-अलग स्थानों पर सर्च अभियान जारी हैं। इस बीच डोडा के अस्सर इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ की खबर है। भारी गोलीबारी के बीच आतंकियों की तलाश जारी है। सेना के मुताबिक, असार फॉरेस्ट एरिया में अभी भी एनकाउंटर जारी है। आतंकी जंगल में एक नदी के पास छिपकर फायरिंग कर रहे हैं। सुबह वे एनकाउंटर के दौरान भाग गए थे, वहां से एम-4 राइफल और तीन बैग में कुछ विस्फोटक भी मिला है।
आतंक के खात्मे के लिए सेना का सर्च ऑपरेशन
मंगलवार को उधमपुर की तहसील रामनगर के डूडू बसंतगढ़ के पहाड़ी क्षेत्र में चार आतंकवादी देखे गए थे। देर शाम आतंकियों की मौजूदगी पर सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया। जम्मू-कश्मीर के डोडा में बुधवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में एक आर्मी कैप्टन शहीद हो गए। खबरों के मुताबिक, एनकाउंटर में 4 आतंकियों की भी मारे जाने की खबर है। सेना ने बताया कि शहीद कैप्टन दीपक 48 राष्ट्रीय राइफल से हैं। वह डोडा में असार फॉरेस्ट एरिया में चल रहे एनकाउंटर में टीम को लीड कर रहे थे। बुधवार सुबह गोली लगने के बाद उन्हें अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
जम्मू के हालातों पर रक्षा मंत्री की इमरजेंसी बैठक
दरअसल, पिछले कुछ हफ्तों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं बढ़ गई हैं। अभी तक आतंकी हमले ज्यादातर घाटी में देखे जाते थे, लेकिन अब जम्मू में भी आतंकी एक्टिव हो गए हैं। सेना के काफिले पर घात लगाकर हमला करने की कई घटनाएं सामने आई हैं। जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं पर दिल्ली के साउथ ब्लॉक में रक्षा मंत्री ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। इसमें NSA अजीत डोभाल, आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख शामिल हुए। बैठक की जानकारी सामने नहीं आई है।
बता दें कि स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जम्मू में 3000 से अधिक सेना के जवान और BSF के 2000 जवान तैनात किए गए हैं। वहीं आतंकवाद से निपटने के लिए असम राइफल्स के करीब 1500-2000 जवान भी तैनात किए जा रहे हैं।
