इंडियन कोस्ट गार्ड के चीफ राकेश पाल का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। हार्ट अटैक आने के बाद उन्हें चेन्नई के राजीव गांधी जनरल अस्पताल (RGGH) में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उनकी जांच की.साथ ही एंजियो टेस्ट करने के लिए कहा. लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अस्पताल में जाकर राकेश पाल को श्रद्धांजलि अर्पित की। राकेश पाल का पार्थिव शरीर दिल्ली लाया जाएगा।
रक्षा मंत्री के कार्यक्रम से पहले आया हार्ट अटैक
राकेश पाल ने पिछले साल 19 जुलाई को ही भारतीय तटरक्षक बल के 25वें महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभाला था। उन्हें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ICG कार्यक्रम में भाग लेना था, लेकिन इसी बीच बेचैनी की शिकायत के बाद दिन में राजीव गांधी जनरल अस्पताल (आरजीजीएच) में उन्हें भर्ती कराया गया था। लेकिन शाम को इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने व्यक्त की संवेदना
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल के आज चेन्नई में असामयिक निधन पर गहरा दुख हुआ। वह एक सक्षम और प्रतिबद्ध अधिकारी थे, जिनके नेतृत्व में आईसीजी भारत की समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने में बड़ी तरक्की कर रहा था। उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।”
Deeply saddened at the untimely demise of Shri Rakesh Pal, DG, Indian Coast Guard in Chennai today. He was an able and committed officer under whose leadership ICG was making big strides in strengthening India’s maritime security. My heartfelt condolences to his bereaved family.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 18, 2024
राकेश पाल ने 35 साल से ज़्यादा की देश सेवा
राकेश पाल ने पिछले वर्ष 19 जुलाई को भारतीय तटरक्षक बल के 25वें महानिदेशक का कार्यभार संभाला था। भारतीय नौसेना अकादमी के पूर्व छात्र, पाल जनवरी 1989 में भारतीय तटरक्षक बल में शामिल हुए थे। अपने 35 साल से ज़्यादा के करियर में उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। इनमें कमांडर कोस्ट गार्ड रीजन (नॉर्थ वेस्ट), गांधीनगर, डिप्टी डायरेक्टर जनरल (नीति और योजना), और एडिशनल डायरेक्टर जनरल कोस्ट गार्ड, नई दिल्ली शामिल हैं।इसके अलावा उन्होंने तटरक्षक मुख्यालय में निदेशक (इंफ्रा और वर्क्स) और प्रधान निदेशक (प्रशासन) जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित स्टाफ पदों पर भी कार्य किया। उन्हें विशाल समुद्री अनुभव के लिए जाना जाता था और उन्होंने समर्थ, विजित, सुचेता कृपलानी, अहल्याबाई और सी-03 जैसे भारतीय तट रक्षक जहाजों की सभी श्रेणियों की कमान संभाली थी।
