जम्मू-कश्मीर और हरियाणा दोनों ही राज्यों में विधानसभा चुनाव की धोषणा हो चुकी है.ऐसा पहली बार हुआ 30 साल के चुनावी इतिहास में जब इलेक्शन कमीशन ने किसी राज्य के चुनाव के साथ उपचुनाव नहीं कराने का फैसला किया है, वो भी ऐसे समय में जब देश मं लोकसभा की 1 और विधानसभा की लगभग 45 से ज्यादा सीटें खाली है.चुनाव आयोग ने मौसम का हवाला देते हुए खाली सीटों पर उपचुनाव न कराने को कहा.लेकिन चुनाव आयोग के इन सभी वजहों को उनके पुराने रिकॉर्डस गलत साबित कर रहे हैं.2019 में लोकसभा की एक और विधानसभा की 64 सीटों पर सितंबर में ही आयोग ने उपचुनाव कराए थे. 2014 और 2009 में भी सितंबर-अक्टूबर के महीने में ही उपचुनाव कराए गए थे.
किन राज्यों में उपचुनाव होने हैं?
1. उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने है. 10 सीटों में करहल, कुंदरकी, कटेहरी, मिल्कीपुर, मीरापुर, खैर, गाजियाबाद सदर, फूलपुर, सीसामऊ और मझवां का नाम शामिल है.लगभग सभी सीट विधायकों के इस्तीफा देने या सदस्यता रद्द होने की वजह से खाली हुई है.
2. बिहार में 4 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं.इनमें भोजपुर की तरारी, जहानाबाद की बेलागंज, गया की इमामगंज और कैमूर की रामगढ़ सीट शामिल हैं. सभी सीट विधायकों के सांसद चुने जाने की वजह से खाली हुई है.
3. मध्य प्रदेश की बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होने हैं. बुधनी से शिवराज सिंह चौहान विधायक थे,जो अब सांसद बन गए हैं.विजयपुर से कांग्रेस के रामनिवास रावत ने 2023 में जीत दर्ज की थी. रावत अब बीजेपी में चले गए हैं.
4. राजस्थान में विधानसभा की 6 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इनमें दौसा, देवली उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलंबूर और झुंझुनू सीट शामिल हैं. 6 में से 5 सीट इंडिया गठबंधन और एक सीट बीजेपी के पास थी.
5. कर्नाटक में भी विधानसभा की 3 सीटें हावेरी की शिगांग, बेल्लारी की संदूर, रामानगर की चनपटना हैं. इन 3 सीटों पर भी उपचुनाव होने हैं. तीनों ही सीट विधायकों के सांसद बन जाने की वजह से खाली हुई है.
6. केरल में लोकसभा की एक वायनाड और विधानसभा की 3 सीटों पर उपचुनाव होने है. विधानसभा की जिन 3 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें पल्लकड़, चेल्लाकड़ा और देवीकुल्लम सीट शामिल हैं.
7. छत्तीसगढ़ में विधानसभा की एक सीट पर उपचुनाव प्रस्तावित है. यह सीट रायपुर दक्षिण की है. यहां के विधायक बृजमोहन अग्रवाल सांसद चुन लिए गए हैं.
8. पश्चिम बंगाल विधानसभा की सिताई, मदारिहाट, नैहाटी, हरोड़ा, मेदिनीपुर और तालदांगरा सीट खाली है. इन सभी पर उपचुनाव होने है.
9. असम की धोलई, सिदली, बनगांव, बेहली और समगुरी सीट खाली है. इन सीटों पर भी उपचुनाव कराए जाने हैं. इसी तरह उत्तराखंड की केदारनाथ सीट भी खाली है.
10. पंजाब में विधानसभा की 4 सीटें खाली हैं. इनमें डेरा बाबा नानक, छब्बेवाल, गिदरबाहा और बरनाला की सीट शामिल हैं. सभी सीट विधायकों के सांसद चुने जाने की वजह से खाली हुई है.
उपचुनाव नहीं कराने को लेकर चुनाव आयोग ने मौसम को वजह बताया दिया. आयोग का कहना था कि केरल और बिहार जैसे राज्य अभी बाढ़ से प्रभावित हैं, इसलिए यहां हम अभी उपचुनाव नहीं करा रहे हैं.साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा की 64 और लोकसभा की एक सीटों पर चुनाव आयोग ने सितंबर में ही चुनाव कराए थे.
