जिस राज्य में महिला सीएम हो उस राज्य में महिला सुरक्षित है? ये सवाल मेरे साथ-साथ पूरे देश की महिलाओं के जहन में चल रही है.हम आज महिला सश्क्तिकरण की बात करते हैं.हम आज बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं,लेकिन क्या देश की बेटियां सुरक्षित है ? ममता दीदी आखिर आपके राज में ये क्या हो रहा है ?
8 अगस्त वो काली रात जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया.उस रात ने दिखा दिया की आजादी को 78 साल तो पूरे हो गएं, लेकिन आज भी बंगाल सेफ नहीं है.हमारे यहां डॉक्टर्स को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है.जो दुनिया छोड़ रहे इंसान को नई जिंदगी देते हैं.लेकिन उन्हें क्या पता वो किसी की हैवानियत का शिकार होने वालीं हैं.इसी तरह से हैवान का शिकार बनी बंगाल की एक डाक्टर, गलती उनकी महज इतनी थी की वो लड़की है.जिसको कमजोर समझ के दरिंदगी से मार दिया जाता है.और पुलिस प्रशासन से लेकर सरकार तक तमाशा देखने में मशरूफ रहती है.कहां थी पुलिस जब उस दरिंदे ने एक बेटी के साथ दरिंदगी की हरकत की ? कहां थी ममता दीदी जो आज एक ऐसे मुद्दे को राजनीतिक दिशा दे रहीं हैं ? एक महीला होकर वो क्यों नहीं समझ रहीं एक महीला के दर्द को ? मुख्यमंत्री हैं वो प्रदेश की और दीदी के राज में कोलकत्ता के आरजे कर सरकारी अस्पताल के अंदर रात में संजय रॉय नाम का एक दरिंदा घुसता है जो पेशे से Civic Volunteer है . जो कोलकाता पुलिस के लिए काम करता है.उस दरिंदे की इतनी हिम्मत की वो हॉस्पिटल की तीसरी मंजिल पर पहुंचता है और रात को ही सेमीनार हॉल में जूनियर डॉक्टर का रेप कर उसे मार देता है.आमतौर पर किसी भी घटना से बाद उस इलाके को सील कर दिया जाता है लेकिन जो तस्वीरें आज मीडिया में आई उसमें दिख रहा है सेमिनार के अंदर प्लास्टिक की लाल कुर्सियां है,लकड़ी की कुर्सियां है.कुछ गद्दे हैं, बेंच है, कुछ मशीन है रखी हुई है.लेकिन हैरत की बात यह है कि उस सेमिनार हॉल तक मीडिया का कैमरा पहुंच गया. इसका मतलब ये हुआ कि उस क्राइम सीन को सील ही नहीं किया गया.मतलब एक इतनी इंपॉर्टेंट जगह जहां पर तमाम सबूत होंगे, फिंगरप्रिंट्स होंगे और भी चीजें होंगी कोलकाता पुलिस ने उसको सील नहीं किया.मतलब जिस पूरे फ्लोर को ही सील हो जाना चाहिए था वो फ्लोर खाली है.कोई भी आ जा सकता है.अब आप अंदाजा लगा लीजिए कि वहां पर कितने सबूतों के साथ छेड़छाड़ हुई होगी.यही हमने आरुषी केस में भी देखा था.यही और भी बहुत सारे केस में देखा क्योंकि शुरुआत में सारे सबूत लुट गए और ये कोलकाता पुलिस की नाकामी नहीं तो और क्या है.आज ये केस सीबीआई के पास है.और केस में अलग-अलग एंगल निकल कर सामने आ रहे हैं.एक रीपोर्ट के मुताबिक ये रेप नहीं गैंग रेप है.आज पूरे देश में डॉक्टर हड़ताल पर हैं.कोलकाता समेत पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे हैं.और ममता दीदी से इस्तीफा देना को कह रहे हैं.प्रधानमंत्री ने इस केस को लेकरआजादी के दिन कहा राक्षसों को बख्सा नहीं जाएगा और केस की गुत्थी को जल्द सुलझाने को कहा है पीएम ने.
