झारखंड में कुछ महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले सियासी उठापटक जारी है। इस बीच झामुमो नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने आखिरकार अपने राजनीतिक भविष्य का फैसला कर लिया है। चंपई सोरेन भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। इस बात की पुष्टि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने की है। असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हमारे देश के एक प्रतिष्ठित आदिवासी नेता चंपई सोरेन ने कुछ देर पहले केंद्रीय गृह मंत्री से मुलाकात की। वह आधिकारिक तौर पर 30 अगस्त को रांची में बीजेपी में शामिल होंगे।
30 अगस्त को बीजेपी में शामिल होंगे चंपई सोरेन
सूत्रों के अनुसार, चंपई सोरेन कल यानी 28 अगस्त को हेमंत कैबिनेट से इस्तीफा दे सकते हैं और आधिकारिक तौर पर 30 अगस्त को रांची में वे बीजेपी में शामिल हो जाएंगे। बीते दिन झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के प्रतिष्ठित आदिवासी नेता चंपई सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. इस बैठक में चंपई सोरेन के साथ-साथ सीएम सरमा भी मौजूद थे, जिसके बाद कयास लगाए जाने लगे थे कि उनके बीजेपी में शामिल होने पर तकरीबन मुहर लग गई। शाम होते ही सीएम सरमा ने ऐलान कर दिया कि वो आधिकारिक तौर पर 30 अगस्त को रांची में बीजेपी में शामिल होंगे।
Former Chief Minister of Jharkhand and a distinguished Adivasi leader of our country, @ChampaiSoren Ji met Hon’ble Union Home Minister @AmitShah Ji a short while ago. He will officially join the @BJP4India on 30th August in Ranchi. pic.twitter.com/OOAhpgrvmu
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 26, 2024
आपको बता दें कि पूर्व सीएम चंपई सोरेन बीते कई दिनों से खुलकर हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे थे। 2 फरवरी से 3 जुलाई के बीच पांच महीने तक झारखंड के मुख्यमंत्री रहे चंपई ने 20 अगस्त को अपनी पार्टी और नेतृत्व से नाराजगी जाहिर की थी। सोरेन ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी पीड़ा और अपमान की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि बिना किसी पूर्व सूचना के सीएम पद से हटा दिया गया, उनके पूर्व-निर्धारित कार्यक्रमों को बिना बताए रद्द कर दिया गया। इससे पहले चंपाई सोरेन ने 21 अगस्त को अपने आवास पर नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान किया था। चंपाई ने कहा था, ‘हम राजनीति से संन्यास नहीं लेने जा रहे हैं। हमने जो अध्याय शुरू किया है, उसका चैप्टर बदलता रहेगा। नए संगठन को मजबूत करेंगे। रास्ते में कोई दोस्त मिला तो दोस्ती करेंगे।’
