कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर केस में ममता सरकार विपक्षियों के निशाने पर थी ही अब अपनों के निशाने पर भी आ गई है। पार्टी के राज्यसभा सांसद जौहर सरकार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने सीएम ममता बनर्जी को पत्र लिखकर बताया है कि उन्होंने आरजी कर मामले के विरोध में इस्तीफा दिया है। उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि उन्हें उम्मीद थी कि आरजी कर अस्पताल में हुई दरिंदगी को लेकर वह तुरंत कोई सख्त कदम उठाएंगी. वह पुरानी ममता बनर्जी की तरह इसपर एक्शन लेंगी। लेकिन उन्होंने तुरंत कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कदम उठाया भी तो बहुत देर हो चुकी थी।
I am quitting as MP primarily because of WB government’s faulty handling of the most spontaneous public movement following the terrible rape-murder case at RG Kar Hospital.
Quitting politics— to be with the people in their struggle for justice.
My commitment to values unchanged pic.twitter.com/V98R06ziny— Jawhar Sircar (@jawharsircar) September 8, 2024
‘मुझे लगा आप पहले की तरह एक्शन लेंगी…’
राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने इस्तीफा देने के पीछे की वजह बताते हुए कहा, जब से कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर के साथ दुष्कर्म हुआ है, मैं तब से खामोशी से पीड़ा-दर्द का सामना कर रहा हूं। साथ ही उन्होंने कहा, मैं उम्मीद कर रहा था कि आप (सीएम ममता बनर्जी) पुराने स्टाइल वाली सीएम ममत बनर्जी की ही तरह कोलकाता रेप केस के बाद प्रदर्शन करने वाले जूनियर डॉक्टर के साथ खड़ी होंगी और मामले में हस्तक्षेप करेंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने आगे अपने पत्र में कहा है कि कोलकाता में हो रहा मौजूदा विरोध प्रदर्शन जिसने बंगाल को झकझोर कर रख दिया है, वह टीएमसी सरकार के ‘कुछ पसंदीदा लोगों और भ्रष्ट लोगों के अनियंत्रित दबंग रवैये’ के खिलाफ जनता के गुस्से का प्रतिबिंब है।
जवाहर सरकार ने राजनीति भी छोड़ी
जवाहर सरकार ने न सिर्फ टीएमसी पार्टी से इस्तीफा दिया है, बल्कि उन्होंने साथ ही इस बात का ऐलान भी कर दिया है कि अब वो राजनीति से भी पीछे हट रहे हैं. जवाहर सरकार ने अपनी चिट्ठी में जहां एक तरफ ममता सरकार का आभार व्यक्त किया। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने अगस्त 2021 में पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार को राज्यसभा भेजा था. उनका कार्यकाल अप्रैल, 2026 तक था। पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की 6 सीटें हैं। इसमें TMC के पास 13 सीटें, बीजेपी के पास 2, कांग्रेस और सीपीआई (एम) के पास एक-एक सीट है।
