हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं। शुरुआती रुझानों में हरियाणा में बड़ा उलटफेर होता दिख रहा है। राज्य में कांग्रेस-भाजपा में कांटे की टक्कर दिख रही है। हालांकि, ज्यादातर एग्जिट पोल्स के अनुसार, हरियाणा में कांग्रेस को बहुमत मिलता देखा गया। ऐसे में एग्जिट पोल के अनुमान से उत्साहित विपक्षी दल कांग्रेस भी 10 साल बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है। हालांकि, अभी यह शुरुआती रुझान हैं. दोपहर तक स्थिति लगभग साफ हो जाएगी कि कहां कौन से दल की सरकार बन सकती है।
हरियाणा में बीजेपी को बढ़त लेकिन कांटे की टक्कर
पांच अक्टूबर को हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में 67.90 प्रतिशत वोटिंग हुई। राज्य में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा 46 पार कर लिया है। कांग्रेस की बढ़त तेजी से घटी है। शुरुआतों रुझानों में अब भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को पछाड़ दिया है। दरअसल, अभी तक कांग्रेस आगे चल रही थी। मगर अब भाजपा 38 सीटों पर जबकि कांग्रेस 31 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, बसपा और आईएनएलडी एक एक सीट पर आगे हैं। हरियाणा की कुरुक्षेत्र सीट पर बीजेपी तीन सीटों पर आगे चल रही है। लाडवा से खुद सीएम नायब सिंह सैनी उम्मीदवार हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है की एक बार फिर जनता ने सैनी पर विश्वास जताया है।
जम्मू काश्मीर में कांग्रेस गठबंधन को बढ़त
वहीं, जम्मू कश्मीर में भी कांग्रेस गठबंधन बहुमत के आंकड़े के करीब पहुंच गया है। यहां पर अबकी बार कुल 63.45% मतदान हुआ, जो 2014 के 65.8% से 2.35% कम है। 1 अक्टूबर को हुए तीसरे चरण में 68.72% मतदान हुआ, जबकि दूसरे चरण में 57.31% मतदान हुआ, जो पहले चरण के 61.38% मतदान से कम रहा। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस गठबंधन 50 सीटों पर आगे वहीं भाजपा को 22 सीटों पर बढ़त मिली है। तीन चरणों में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस-नेकां, पीडीपी सहित कई राजनीतिक दलों में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला। आज निर्णय हो जाएगा कि जम्मू-कश्मीर में धारा-370 हटने के बाद कौन सी पार्टी सरकार बनाएगी। हालांकि एग्जिट पोल की मानें तो नेकां-कांग्रेस के गठबंधन को राज्य में सबसे ज्यादा सीटें मिलने की संभावना है।
