500 सालों बाद रामलला के प्रतिष्ठित होने के बाद रामनगरी अयोध्या में मनाए जा रहे प्रथम दीपोत्सव को अलौकिक बनाने की तैयारी हो रही है। करीब 70 एकड़ में फैले रामजन्मभूमि परिसर में स्थित राम मंदिर सहित सभी निर्माणाधीन प्रखंडों की भव्य सजावट हो गई है। इस वर्ष सरयू तट पर जहां 25 से 28 लाख दीपक प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना है, वहीं श्रीराम मंदिर में विशेष प्रकार के दीपक जलाए जाएंगे। मंदिर भवन को दाग-धब्बों और कालिख से सुरक्षित रखने के लिए विशिष्ट दीपकों की व्यवस्था की है, जो लंबे समय तक प्रकाशमान रहेंगे। सभी प्रवेश द्वारों पर तोरण द्वार बन रहे हैं। भांति-भांति के फूलों से वंदनवार सजाए जा रहे हैं।
पहला दीपोत्सव बेहद खास और ऐतिहासिक होगा
रामलला के विराजमान होने के बाद के बाद पहला दीपोत्सव बेहद खास और ऐतिहासिक होगा। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाने की भी विशेष योजना है। अयोध्या में 30 अक्टूबर को साकेत से चार किलोमीटर लंबी शोभायात्रा निकाली जाएगी। रामनगरी अयोध्या में दीपावली के लिए पर्यटन एवं संस्कृति विभाग ने भी खास तैयारी की है। 28 लाख दीपों के साथ ही 10 लाख दीप विभिन्न मंदिरों में जलाए जाएंगे। इतना ही नहीं इसमें आकर्षण का केंद्र लेजर शो और ड्रोन शो भी होगा। जहां ड्रोन शो में प्रभु राम तीर में धनुष और बाण लिए नजर आएंगे, तो लेजर शो में प्रभु राम की कथाओं का वर्णन किया जाएगा।
फूलों से सजेगा रामपथ, शोभा यात्रा, झांकी और ड्रोन शो भी
अवध विश्वविद्यालय के 30000 वॉलिंटियर अपने बनाए हुए रिकॉर्ड को तोड़ेंगे। जिस पल का वह बेसब्री से इंतजार भी कर रहे हैं। कार्यक्रम में अवध विश्वविद्यालय, स्वयंसेवक, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के साथ-साथ विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राओं का सहयोग लिया जा रहा है। पिछले साल 22.23 लाख दीपक प्रज्वलित किए गए थे। जिसमें 54 देश के राजनयिक साक्षी बने थे। इसके अलावा अयोध्या में भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की झांकी निकाली जाएगी। 2200 से ज्यादा सफाई कर्मचारी अयोध्या को स्वच्छ और सुंदर रखने में अहम योगदान देंगे। 5 जोन और 20 सेक्टर में अयोध्या को बांटा जाएगा। इसके अलावा अयोध्या नगर निगम के द्वारा 200 मठ मंदिरों पर दीपमाला सजाई जाएगी। इतना ही नहीं खास बात यह है कि अयोध्या में सबसे लंबे पथ रामपथ को फूलों से सजाया जाएगा। दीप प्रज्वलित किए जाएंगे।
पर्यावरण और सौंदर्य का संदेश भी देगा दीपोत्सव
भगवान राम भव्य मंदिर में विराजमान हैं. ऐसे में अयोध्या में इस बार के दीपोत्सव में उत्साह दोगुना हो चुका है। जहां राम भक्तों में रामलला के नव्य मंदिर में विराजमान होने का उत्साह नजर आ रहा है, तो वहीं अयोध्या नगर निगम अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के साथ स्वच्छ अयोध्या सुंदर अयोध्या के संकल्प को चरित्रार्थ कर रही है। यह दीपोत्सव न केवल आस्था बल्कि पर्यावरण और सौंदर्य का संदेश भी देगा, जिससे अयोध्या की दीपावली विश्वभर में विशेष स्थान बनाएगी। दीपोत्सव की भव्यता को श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने मंदिर को 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक रात 12 बजे तक बाहर से भवन दर्शन के लिए खुला रखने का निर्णय लिया है।
