भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपना संकल्प पत्र जारी किया। मुंबई के होटल सोफिटेल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पार्टी का संकल्प पत्र जारी किया।संकल्प पत्र जारी होने करने के दौरान डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि हमने 25 लाख नौकरियां देने, महाराष्ट्र के पूर्ण विकास, किसानों के लिए भावांतर योजना, कर्जमाफी, स्किल सेंटर्स और महिलाओं को 2100 रुपए देने का संकल्प लिया है। भाजपा जो कहती है, उसे पूरा करती है। यह महाराष्ट्र के पूर्व विकास का संकल्प पत्र हैं। हम प्रदेश के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस मौके पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस, बीजेपी स्टेट चीफ चन्द्रशेखर बावनकुले, मुंबई बीजेपी चीफ आशीष शेलार, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और पार्टी के कई अन्य नेता मौजूद थे।
संकल्प पत्र पर भाजपा के वादे
- भाजपा ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया।
- महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने का वादा।
- 1500 की जगह वृद्धा पेंशन 2100 रुपये करने की बात।
- महाराष्ट्र में 25 लाख रोजगार देने का संकल्प।
- फसल नुकसान में एआई की मदद लेंगे।
- धर्मांतरण के खिलाफ कानून बनाएंगे।
- आशा वर्करों को 15000 महीना
- 45 हजार गांवों में सड़क नेटवर्क
- शेतकारी सम्मान 15000 रुपये प्रति महीना
- बिजली बिलों में 30 फीसदी छूट
राहुल गांधी और MVA पर अमित शाह ने साधा निशाना
मैनीफेस्टो लॉन्चिंग के दौरान अमित शाह ने कांग्रेस, उद्धव ठाकरे और राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने राहुल गांधी के संविधान लेकर चलने मामले में भी सवाल खड़े किए। अमित शाह ने कहा कि राहल गांधी जिस संविधान को लेकर चलते हैं वह कोरी है। उसके अंदर एक भी शब्द नहीं लिखे हैं। अमित शाह ने कहा कि महाविकास अघाड़ी की राजनीति तुष्टिकरण वाली है। बनावटी मुद्दे लंबे समय तक नहीं टिकते हैं। एमवीए की घोषणाएं सत्ता के लालच के लिए हैं। भाजपा का घोषणा पत्र लोगों के उम्मीदों का संकल्प है। हमारा संकल्प पत्र पत्थर पर खिंची लकीर है। महाविकास अघाड़ी का चुनाव अभियान आपसी विरोध से घिरा है। कांग्रेस अपने वादों को पूरा नहीं करती है।
बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं और सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना 23 नवंबर को होगी। 2019 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीतीं। 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 122, शिवसेना को 63 और कांग्रेस को 42 सीटें मिली थीं।
