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अब CISF में भी नारी शक्ति, पहली महिला रिजर्व बटालियन को गृह मंत्रालय की मंजूरी

केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में महिला सैनिकों की भागीदारी बढ़ेगी। केंद्र सरकार ने एक हजार से अधिक कर्मियों वाली पहली पूर्ण महिला रिजर्व बटालियन तैयार करने को मंजूरी दी है। यह फैसला एयरपोर्ट और अन्य अहम संस्थानों में सीआईएसएफ जवानों की ड्यूटी की बढ़ती जरूरत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक इस इकाई का गठन बल की स्वीकृत जनशक्ति में से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सीआईएसएफ में लगभग दो लाख स्वीकृत कर्मी हैं। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस सप्ताह एक मंजूरी आदेश जारी किया, जिसमें एक वरिष्ठ कमांडेंट रैंक अधिकारी के नेतृत्व में कुल 1,025 कर्मियों के साथ बल में एक विशेष महिला रिजर्व इकाई को मंजूरी दी गई।

दो लाख कर्मचारियों में से ही बनाई जाएगी ईकाई

सीआईएसएफ मुख्यालय ने नई बटालियन के मुख्यालय के लिए शीघ्र भर्ती, प्रशिक्षण और स्थान के चयन की तैयारी शुरू कर दी है। अधिकारियों के अनुसार, यह इकाई सीआईएसएफ के मौजूदा स्वीकृत दो लाख कर्मचारियों में से ही बनाई जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस सप्ताह ही इसका आदेश जारी किया है। इसमें एक वरिष्ठ कमांडेंट श्रेणी के अधिकारी के नेतृत्व में कुल 1025 महिला सिपाही होंगे। फिलहाल सीआईएसएफ के पास 12 रिजर्व बटालियन मौजूद हैं। जैसा कि इसके नाम से पता चलता है कि ये बटालियन रिजर्व यानी अलग रखी गई हैं और इन्हें अतिरिक्त सैन्य बल के रूप में तब इस्तेमाल किया जाता है, जब सीआईएसएफ को चुनाव संपन्न कराने जैसे अस्थायी काम दिए जाते हैं। यह संसद भवन परिसर जैसे महत्वपूर्ण स्थान की सुरक्षा भी संभाल रही है, जिसे इसी वर्ष संसद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

सीआईएसएफ के पास देश के एयरपोर्ट के साथ कई जिम्मेदारी

अधिकारियों के मुताबिक सीआईएसएफ के पास देश के 68 एयरपोर्ट समेत दिल्ली मेट्रो, लाल किला और ताजमहल की सुरक्षा का जिम्मा है। यहां पर बड़ी संख्या में महिला जवानों की जरूरत है। इसके लिए सरकार को पूर्ण महिला रिजर्व बटालियन के गठन का प्रस्ताव दिया गया था। इसके अलावा सीआईएसएफ परमाणु और एयरोस्पेस से जुड़े संस्थानों समेत निजी क्षेत्र के संस्थानों को आतंकवाद विरोधी सुरक्षा देता है। केंद्र सरकार ने जुलाई में देश की संसद की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ को दिया था। इससे पहले संसद की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ के पास थी। सीआईएसएफ ने यहां पर  3,300 से अधिक जवानों को तैनात किया है। इनकी अगुवाई के लिए 29 अधिकारियों को भी तैनात किया गया।

Mayank Dwivedi
Author: Mayank Dwivedi

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