महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में प्रचंड जीत के बाद सरकार बनाने की कवायद जारी है लेकिन इस सरकार का बॉस कौन होगा ये सबसे बड़ा विषय है। क्या एक बार फिर महायुति गठबंधन एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में आगे बढ़ेगी या सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी बीजेपी से देवेंद्र फडनवीस सरकार की कमान संभालेंगे? ऐसे में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट), और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच सियासी समीकरण जटिल बने हुए हैं। प्रचंड जीत के बावजूद भी अबतक मुख्यमंत्री के नाम पर संशय है। मुंबई, नागपुर से लेकर दिल्ली पर सबकी नजरें हैं कि आखिर किसे मिलेगी महाराष्ट्र की कमान? मीडिया सूत्रों की माने तो महाराष्ट्र में फिर एक बार एक मुख्यमंत्री, दो डिप्टी सीएम का फॉर्मूला दोहराया जाएगा। कहा जा रहा है कि बीजेपी के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस का मुख्यमंत्री बनना तय है, लेकिन अभी तक आधिकारिक रूप से तस्वीर सामने नहीं आई है।
बीजेपी बड़ा भाई तो देवेंद्र ही संभाले कमान!
महाराष्ट्र की 288 सीटों में से महायुति ने 230 सीटों पर जीत दर्ज की है। जहां बीजेपी ने अकेले 132 सीटें जीतीं हैं ऐसे में CM पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम सबसे ऊपर है। वो संघ के करीबी भी हैं। उन्हें दिल्ली का भरोसा भी कायम है और सबसे बड़ी चीज महायुति के इस चुनावी यात्रा को लीड भी देवेंद्र फड़नवीस ने भी किया था। देवेंद्र फडणवीस ने न सिर्फ चुनावों में उम्दा प्रदर्शन किया है, बल्कि एक अच्छे कार्यकर्ता की तरह बीजेपी नेतृत् और संगठन के साथ बड़े आराम से काम करते आये हैं। यहां तक की शिंदे सरकार में फडनवीस ही लाइमलाइट में रहे। ऐसे में महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद पर सबसे बड़े दावेदार तो देवेंद्र फडणवीस ही है, लेकिन बीजेपी इससे पहले महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में सारे कयासों को धता बता कर सबको सरप्राइज किया है।
BJP भी असमंजस में, किसे बनाए CM?
वैसे नंबर के हिसाब से BJP आश्वस्त है कि देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन उनके नेताओं का कहना है कि फैसला दिल्ली में होगा। महाराष्ट्र BJP अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले कहते हैं, “महाराष्ट्र में नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला हाईकमान को करना है।” BJP भले ही खुलकर बोलने में हिचक रही हो, लेकिन ज़्यादातर राजनीतिक विश्लेषकों और आम लोगों का भी मानना है कि देवेंद्र फडणवीस ही मुख्यमंत्री पद के असली हकदार हैं। सवाल ये है कि CM की कुर्सी पर फडणवीस को बैठाने का फैसला एकनाथ शिंदे को मंजूर होगा? अगर देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनते हैं, तो फिर शिंदे क्या करेंगे? वो केंद्र में जाएंगे या डिप्टी की जिम्मेदारी संभालेंगे या पार्टी और संगठन को मजबूत करेंगे?
शिंदे के कामों पर जनता ने मुहर लगाई तो शिंदे क्यों नहीं?
मुख्यमंत्री की चर्चाओं के बीच शिवसेना के विधायकों का मानना है कि महायुति को पहले की तरह एकनाथ शिंदे को ही मुख्यमंत्री चुनना चाहिए। इस बीच महाराष्ट्र में भी बिहार के फॉर्मूले पर सरकार बनाने की बात चल रही है। बिहार में भाजपा विधायक ज्यादा हैं, लेकिन मुख्यमंत्री जेडीयू के नीतीश कुमार ही हैं। शिवसेना चाहती है कि बिहार की तरह महाराष्ट्र में महायुति एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री चुने। शिवसेना के विधायकों ने मांग की कि एकनाथ शिंदे को फिर से महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाया जाए. शिवसेना के प्रवक्ता और नवनिर्वाचित विधायक संजय शिरसाट ने कहा,’हमने एक बड़ी जीत हासिल की है; हमें लगता है कि एकनाथ शिंदे को फिर से सीएम बनना चाहिए, लेकिन इस पर बाद में फैसला किया जाएगा।’ शिवसेना का ये भी मानना है कि महायुति को मिला जनादेश एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली पिछली सरकार द्वारा शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं के कारण भी है। एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बने रहने से महायुति की सुशासन की छवि और मजबूत होगी तथा योजनाओं का प्रभाव गहरा होगा।
Author: Mukul Dwivedi
I graduated From the University of Allahabad and PG diploma in Mass communication From Government Polytechnic Lucknow. After study worked with Bharat samachar as Trainee Producer. Currently I am working With Ekal Bharat as a Producer.












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