संसद के शीतकालीन सत्र का आज आठवां दिन है। बुधवार को संसद के दोनों सदन चले लेकिन दोनों सदनों में विपक्ष की ओर से संभल मुद्दे पर हंगामा देखने को मिला। वहीं गुरुवार को सदन शुरु होने से पहले ही हंगामा जारी है। विपक्षी सांसदों ने आज अडाणी मुद्दे पर विरोध के प्रतीक के रूप जैकेट पहना और संसद परिसर में प्रदर्शन किया, इसमें प्रियंका गांधी भी शामिल रहीं। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने गली-गली में शोर है, मोदी-अडाणी चोर हैं के नारे भी लगाए। केंद्र सरकार आज दोनों सदनों में रेलवे बिल लेकर डिजास्टम मैनेजमेंट बिल पेश कर सकती है। इसके अलावा कांग्रेस संभल हिंसा पर राहुल गांधी को जाने से रोके जाने का मुद्दा उठा सकती है।
संभल हिंसा पर जारी रह सकता है हंगामा
बुधवार को राहुल गांधी को गाजीपुर बॉर्डर पर रोके जाने के कारण कांग्रेस इसे संसद में मुद्दा बनाना चाहती है। राहुल गांधी बुधवार को संभल जाने के लिए निकले थे लेकिन पुलिस ने उन्हें दिल्ली में ही रोक लिया। कांग्रेस की तैयारी लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा करने की है। हालांकि अन्य विपक्षी दल संसद की कार्यवाही रोकने के पक्ष में नहीं हैं। सपा सांसद अखिलेश यादव ने कहा, ‘संभल में जो घटना हुई, वह एक सोची-समझी साजिश थी और राहुल गांधी को वहां जाने से रोकना साबित करता है कि भाजपा के मन में किसी बात का डर है।’कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने हिंसा प्रभावित संभल का दौरा करने जा रहे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को रोके जाने के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया।दूसरी ओर, कांग्रेस नेता विजय वसंत ने कन्याकुमारी के मछुआरों द्वारा सामना किए जा रहे तात्कालिक मुद्दों पर चर्चा के लिए लोकसभा में नोटिस दिया. उन्होंने वित्तीय सहायता, आधुनिक मछली पकड़ने के उपकरण, स्थायी मछली पकड़ने की प्रथाओं, बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, बीमा योजनाओं और आपदा प्रबंधन योजनाओं जैसे तत्काल उपायों का आह्वान किया, जो मछुआरों और उनके परिवारों का समर्थन कर सकें।
अबतक हंगामेदार रहा है शीतकालीन सत्र
इससे पहले विपक्षी सांसदों के हंगामे की वजह से सत्र के पहले 5 दिन कोई कार्यवाही नहीं हो सकी थी, लेकिन मंगलवार से सदन सुचारू रूप से चलना शुरू हुआ। संसद की पिछली 7 कार्यवाहियों में संभल हिंसा, मणिपुर हिंसा, किसानों की मांग का मुद्दा और अडाणी मामला सबसे ज्यादा चर्चा में रहा। बीते सत्र में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कल राज्यसभा में चीन के साथ सीमा विवाद की ताजा स्थिति को लेकर जानकारी साझा की। हालांकि, चीन मुद्दे पर विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट किया था। विदेश मंत्री जयशंकर ने राज्यसभा में कहा था चीन के साथ LAC पर कुछ हिस्से को लेकर असहमति है, जिसे दूर करने के लिए भारत और चीन समय-समय पर बातचीत करते हैं। जयशंकर का बयान पूरा होने पर विपक्षी सांसदों ने उनसे स्पष्टीकरण की परमिशन मांगी, लेकिन धनखड़ ने इसे अस्वीकार किया। इस पर आपत्ति जताते हुए विपक्षी सांसद राज्यसभा से बाहर चले गए।
