महाराष्ट्र में आज बहुप्रतिक्षित फडणवीस कैबिनेट का विस्तार हो गया। नागपुर के राजभवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में 39 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। फडणवीस सरकार में 33 कैबिनेट और 6 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली। CM और 2 डिप्टी CM समेत यह संख्या 42 हो गई। कैबिनेट में कुल 43 मंत्री शपथ ले सकते हैं। एक सीट खाली रखी गई है। राज्यपाल पीसी राधाकृष्णन ने 16 से 21 दिसंबर तक नागपुर में आयोजित राज्य विधानसभा के शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या पर आयोजित समारोह में नए मंत्रियों को शपथ दिलाई. सूत्रों के मुताबिक इन मंत्रियों का कार्यकाल 2.5 साल का होगा।
33 विधायकों ने ली कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ
मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा को 19 मंत्री पद मिले, जबकि एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को 11 और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) को 9 मंत्री पद मिले। इसमें 33 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि 6 विधायकों ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा से जिन विधायकों ने शपथ ली है उनमें चन्द्रशेखर बावनकुले, राधाकृष्णविखे पाटिल, चंद्रकात पाटिल, गिरीश महाजन गणेश, नाईक मंगल प्रताप लोढा, जय कुमार रावल, पंकजा मुंडे, अतुल सावे, अशोक उइके, आशीष शेलार, शिवेंद्र राजे भोसले, जय कुमार गोर, संजय सावकारे, नितेश राणे ,आकाश पुंडकर, माधुरी मिसाल ,पंकज भोयर ,मेघना बोर्डिंकर शामिल हैं।
शिवसेना और NCP से इन्हें मिली सरकार में जगह
शिवसेना से मंत्री बनने वालों में गुलाब राव पाटिल, दादा भुसे, संजय राठौर, उदय सावंत, शंभूराज देसाई, संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक, भरत गोगवाले, आशिष जैस्वाल, योगेश कदम का नाम शामलि है। NCP से मंत्री बनने वाले नेताओं में हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, दत्तात्रय भरणे, अदिति तटकरे, माणिकराव कोकाटे, नरहरि झिरवाल, मकरंद पाटिल ,बाला साहेब पाटिल, इंद्रनील नाइक शामिल रहे। हालांकि महाराष्ट्र कैबिनेट के नए मंत्रियों की सूची से सुधीर मुनगंटीवार, छगन भुजबल, दिलीप वालसे पाटिल, अब्दुल सत्तार और दीपक केसरकर जैसे आधा दर्जन से अधिक दिग्गजों का नाम गायब था।
विधानसभा चुनाव में महायुति को मिली थी रिकॉर्ड जीत
इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को भारी बहुमत मिलने के बाद पांच दिसंबर को भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की, एवं पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बता दें विधानसभा चुनावों में महायुति गठबंधन ने 235 सीटें जीतकर निर्णायक जीत हासिल की। जिसमें भाजपा 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी, जबकि शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटें हासिल कीं। वहीं महा विकास अघाड़ी गठबंधन को बड़ा झटका लगा, जिसमें कांग्रेस ने सिर्फ 16 सीटें जीतीं, शिवसेना (यूबीटी) ने 20 और एनसीपी (शरद पवार गुट) ने सिर्फ 10 सीटें हासिल कीं।
